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मुख्यमंत्री ने ग्रामीण पथों के सुदृढ़ीकरण के लिए 8,716 करोड़ की परियोजनाओं का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के तहत 8,716 करोड़ रुपये की लागत वाली 6,938 ग्रामीण पथों (कुल लंबाई 12,105 किलोमीटर) के सुदृढ़ीकरण और प्रबंधन कार्य का रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्यारंभ किया, जिससे राज्य में ग्रामीण पथों के सुदृढ़ीकरण कार्य को और गति मिलेगी।

पटना 12 मई 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के तहत 8,716 करोड़ रुपये की लागत वाली 6,938 ग्रामीण पथों (कुल लंबाई 12,105 किलोमीटर) के सुदृढ़ीकरण और प्रबंधन कार्य का रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्यारंभ किया, जिससे राज्य में ग्रामीण पथों के सुदृढ़ीकरण कार्य को और गति मिलेगी।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने विभाग द्वारा कार्यान्वित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना, अन्य राज्य योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत ग्रामीण सड़कों और पुलों के निर्माण की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। साथ ही, निर्मित ग्रामीण पथों के नवीनीकरण और उन्नयन कार्यों की प्रगति भी बताई।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के अंतर्गत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को एक नए घटक के रूप में शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण सड़कों का नियमित और व्यवस्थित पुनर्निर्माण, उन्नयन और नवीनीकरण सुनिश्चित करना है। उन्होंने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस कार्यक्रम के तहत पांच वर्षीय अनुरक्षण अवधि से बाहर हुए कुल 14,087 पथों (लंबाई 24,482 किलोमीटर) के सुदृढ़ीकरण के लिए 21,733 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इस योजना के तहत इन सभी ग्रामीण पथों को अगले सात वर्षों तक मानक स्तर पर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है, जो अपनी पांच वर्षीय अनुरक्षण अवधि पूरी कर चुके हैं। इस अवधि में इन सड़कों पर दो बार कालीकरण (री-सर्फेसिंग) का कार्य कराया जाएगा और यदि कोई तकनीकी त्रुटि पाई जाती है, तो उसका समाधान निर्धारित समय सीमा के भीतर किया जाएगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण कार्य विभाग को इस पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पथों की मरम्मत और रखरखाव अत्यंत आवश्यक है और जिन सड़कों की मरम्मत की जरूरत है, उन्हें बरसात से पहले ठीक कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य है कि ग्रामीणों को हमेशा मजबूत, सुरक्षित और आरामदायक सड़क सुविधा मिलती रहे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पथों के निर्माण से न केवल गांवों और शहरों के बीच की दूरी कम हो रही है, बल्कि राज्य की सामाजिक संरचना को नया आयाम और आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिल रही है। उन्होंने आवश्यकतानुसार ग्रामीण पथों का चौड़ीकरण कार्य भी शुरू कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि नए ग्रामीण पथों के निर्माण से राज्य के किसी भी दूरस्थ क्षेत्र से भविष्य में मात्र 4 घंटे में राजधानी पटना तक की सुगम और निर्बाध यात्रा के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा।

कार्यक्रम के प्रारंभ में ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया। इस दौरान ग्रामीण कार्य विभाग की उपलब्धियों पर एक लघु फिल्म भी प्रस्तुत की गई, और मुख्यमंत्री ने विभाग की पुस्तिका का विमोचन भी किया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख भगवत राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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