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NEET धांधली को लेकर आइसा ने देश भर में किया प्रतिरोध, छपरा में फूँका केंद्रीय शिक्षा मंत्री का पुतला

आइसा के छपरा जिला इकाई ने 19- 20 जून के दो दिवसीय देशव्यापी आह्वान पर छपरा के म्युनिसिपल चौक पर विरोध मार्च कर केंद्रीय शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया एवम NEET 2024 में हुए धांधली की उच्च स्तरीय जांच कर पुनः परीक्षा आयोजित करने की मांग की।

छपरा 20 जून 2024। आइसा के छपरा जिला इकाई ने 19- 20 जून के दो दिवसीय देशव्यापी आह्वान पर छपरा के म्युनिसिपल चौक पर विरोध मार्च कर केंद्रीय शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया एवं NEET 2024 में हुए धांधली की उच्च स्तरीय जांच कर पुनः परीक्षा आयोजित करने की मांग की।

आंदोलित आइसा नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि लगातार परीक्षा में हो रही धांधली छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ है, और अफसोस की इसके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा । लगातार पेपर लीक जैसी समस्या आम हो गई है, बेरोजगार युवा जो की किसी एग्जाम के लिए वर्षो तैयारी करते है, ये धांधलियां उनके सपनों पर मिनटों में पानी फेर देता हैं। आज देशभर में NEET की परीक्षा को रद्द करने के लिए मांग की जा रही है अभी नेट यूजीसी का एग्जाम हुआ जिसमे भी पेपर लीक समस्या एवं परीक्षा में धांधली सामने आई NTA जो नेट से लेकर NEET तक की परीक्षाओं का आयोजन करती है अपनी विश्वसनयता को खो चुकी है और आगे परीक्षाओं को साफ सुथरे तरीके से लेने में पूरी तरह से विफल नजर आ रही है।

आइसा जिला सचिव दीपांकर मिश्रा ने कहा कि देश के इतने बड़े परीक्षाओं में धांधली होना काफी शर्मनाक है, हम चाहते है कि NTA को पूरी तरीके से निरस्त किया जाए और मामले की उच्च स्तरीय जांच करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि छात्र युवा के जीवन के साथ खिलवाड़ बंद हो सके और ऐसे एग्जाम्स को वैसे एजेंसीज को सौंपना चाहिए जो पूरी तरीके से पारदर्शी हो एवं साफ सुथरे तरीके से परीक्षा का आयोजन करें तभी योग्य विद्यार्थियों को उचित स्थान मिल पाएगा।

बात को आगे बढ़ाते हुए आइसा जिला अध्यक्ष कुणाल कौशिक ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी अपने चरम सीमा पर है ऐसे में अगर कोई परीक्षा होती भी है तो उसमें उसमें हुई धांधलियां, उभर कर सामने आती है आज भारत के बेरोजगार युवा डिप्रेशन का शिकार होते जा रहे हैं एवं युवाओं में आत्महत्या की दरें भी बढ़ी है।मध्यमवर्गीय किसान मजदूर के बच्चे जो की सम्मान पूर्वक जीवन जीने के किसी एग्जाम की तैयारी करते है ये धांधलियां उनके भविष्य के लिए धब्बा है । शिक्षा मंत्री अपने दायित्व का निर्वहन सही तरीके से नहीं कर पाए एवं मौजूदा सरकार भी इन घटनाओं के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। छात्र युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ भारत के विकास के मार्ग में बहुत बड़ा अवरोध है हम यह मांग करते हैं कि परीक्षा को रद्द किया जाए एवं उच्च स्तरीय जांच हो।।

मौके पर आइसा नेता, नीरज कुमार, विशाल पासवान, विकाश कुमार, सोनू कुमार, बिट्टू कुमार, रमेश शाह व अन्य मौजूद थे।

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