छपरा 15 जुलाई 2024। सारण के तरैया प्रखंड के अरदेवा-जिमदाहा गांव स्थित नारद बाबा के आश्रम पर आयोजित नवदिवसीय श्री सहस्त्रचण्डी महायज्ञ स्थल के आसपास गंडक नदी का पानी प्रवेश कर गया है। नेपाल में हो रहे लगातार बारिश और गंडक बाराज से छोड़े जा रहे पानी के बाद गंडक नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हो रही है। जलस्तर बढ़ने के साथ ही निचली इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
शनिवार की संध्या तक यज्ञ स्थल के आसपास जहां दूर-दूर तक पानी नजर नहीं आ रही थी वहीं रविवार की सुबह यज्ञ स्थल के चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रही है। गंडक नदी का पानी प्रवचन पंडाल, मेला बाजार, झूला, समेत आसपास के इलाकों में प्रवेश कर गया है। हालांकि यज्ञ स्थल और मंदिर के समीप अभी बाढ़ का पानी नहीं पहुंच पाया हैं।
नारद बाबा के परम शिष्य पंकज बाबा ने बताया कि उक्त स्थल पर नवनिर्मित मां दुर्गा भगवती भवानी, मां गंगे और मां चम्पे की मूर्ति स्थापित की गई थी। जिनका रविवार को प्राण प्रतिष्ठा हुआ है। ऐसी मान्यता है की विधिवत यज्ञ में पूजा अर्चना होने से यज्ञ स्थल के आसपास बारिश और मां गंगे का आगमन होना स्वाभाविक है। जिससे महायज्ञ स्थल और पवित्र हो जाएगी पूजा सफल होगी।
पूजा में मुख्य रूप से बनारस काशी के यज्ञाचार्य बुद्धि सागर मिश्र महाराज की अगवाई में 51 आचार्य पंडित पुरोहितों के साथ स्थानीय आचार्य दीपक चौबे, दीपू चौबे द्वारा विधिवत पूजा पाठ संपन्न कराया जा रहा है।