छपरा, 12 जुलाई, 2024: छपरा में प्रसिद्ध वेब सीरिज जामताड़ा की रील घटना को रियल लाईफ में जामताड़ा के अपराधी ने ही अंजाम दिया है। रिटायर्ड संतोष कुमार सिंह से 33 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को आज सारण साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
धोखाधड़ी करने वालों ने सीम की वैधता के संबंध में कॉल कर धोखे से खाता विवरण, ओटीपी ले लिया और एक झटके में रिटायर्ड फौजी के खाते से 33 लाख रुपये निकाल लिए। पुलिस टीम ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से दोनों साईबर अपराधियों को धर दबोचा है।
बताते चले़ं कि 15 मई, 2024 को रिटायर फौजी संतोष कुमार सिंह को एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने उनके सिम कार्ड की वैधता बढ़ाने का झांसा दिया। झांसे में आकर, सिंह ने कॉल करने वाले को अपना बैंक खाता विवरण और OTP दे दिया। इसके बाद, धोखाधड़ी करने वालों ने उनके खाते से 33 लाख रुपये निकाल लिए।
इस घटना की शिकायत सिंह ने 28 मई, 2024 को साइबर थाना में दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 379, 419, 420 आईपीसी और 66/66सी/66डी आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर, एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से आरोपियों का पता लगाया और आख़िरकार 12 जुलाई, 2024 को, टीम ने आसनसोल (पश्चिम बंगाल) से दो आरोपियों सुभम तॉती (24 वर्ष), सेंट्रल सढ़ग्राम, कोईलवारी, जमुआरी, पश्चिम वर्धमान और मुकेश मोदक (31 वर्ष), बगरूडीह, करमातार, जामताड़ा (झारखंड) को गिरफ्तार कर लिया।
इस सफल उद्भेदन और गिरफ्तारी में अमन, पुलिस उपाधीक्षक सह-थानाध्यक्ष एवं साइबर पुलिस टीम के सदस्य ने बड़ी दक्षता से अंजाम दिया।
पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। धोखाधड़ी किए गए धन की वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह घटना ऑनलाइन धोखाधड़ी के खतरों को उजागर करती है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अज्ञात व्यक्तियों को अपना बैंक खाता विवरण और OTP न दें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि के मामले में, तुरंत पुलिस को सूचित करें।