By: Raju Prasad Jayswal
मुजफ्फरपुर – मुजफ्फरपुर कोर्ट में अधिवक्ता सुधीर ओझा ने वेब सीरिज आई.सी. 814 हाईजैक के 11 कलाकारों के खिलाफ परिवाद दायर किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर होगी।
परिवाद पत्र दायर करने वाले सुधीर कुमार ओझा का कहना है कि एक साजिश और षड्यंत्र के तहत आई. सी. 814 हाईजैक के नाम से फिल्मांकन वेब सीरिज फिल्म 29 अगस्त 2024 को नेटफिलिक्स पर रिलिज किया गया था। दिसंबर 1999 की प्लेन हाईजैक की घटना पर इसे फिल्मांकन किया गया है।
परिवादी ने बताया कि 3 सितंबर को उन्होंने यह वेब सीरिज अपने मोबाइल पर देखा जिसमें प्लेन हाईजैक करने वाले आतंकवादियों के प्रति फिल्म में नम्रता बरतते दिखाया गया है। उस समय की घटना की सच्चाई को जान बुझकर छुपाया गया है ताकि देश में जनता के बीच द्वेष बढ़े, देश की एकता अखंडता खतरे में पड़े। उस वक्त की सरकार की बदनामी हो और अलगाववादियों को बढ़ावा मिले।
उन्होंने कहा कि फिल्म बनाने वाले और इसमें काम करने वालों ने तुच्छ लाभ लाभ के लिए दिसंबर 1999 की प्लेन हाईजैक की घटना को छुपाते हुए एक मनगढ़त कहानी पर वेब सीरिज बना दी और दुष्प्रचार करने का काम किया। इससे परिवादी आहत और मर्माहत हुए हैं। परिवादी ने कोर्ट से अपील की है कि इन लोगों के खिलाफ समन जारी किया जाए।
परिवाद पत्र दायर करने वाले सुधीर कुमार ओझा ने इस वेब सीरिज के 11 कलाकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। फिल्म के निर्माता निदेशक अनुभव सिन्हा, निर्माता संजय रौत्री, निर्माता सरीता पाटिल,दीक्षा ज्योति रौत्री, सहायक निर्माता रोहित शर्मा, अभिनेता नसरूद्दीन साह, अभिनेत्री दिया मिर्जा, कलाकार पंकज कपुर, कलाकार अरविंद स्वामी, अभिनेत्री पत्रलेखा और कलाकार विजय शर्मा के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया गया। सभी अंधेरी, दादर, जुहु पश्चिमी, मुंबई (महाराष्ट्र) के रहने वाले हैं। इन सभी ने मिलकर वेब सिरिज फिल्म आईसी 814 हाईजैक फिल्म बनाई जो दिसंबर 1999 की घटना को लेकर बनाई गयी है।
वहीं IC-814: द कंधार हाईजैक वेब सीरीज विवाद को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट हेड को समन जारी किया है। इस फिल्म में हाईजैकरों के नाम भोला और शंकर रखे जाने को लेकर काफी विवाद हो रहा है। इस वेब सीरिज को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। आरोप है कि मेकर्स ने जानबूझकर आतंकियों के नाम भोला और शंकर रखा हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर होगी।
Byte- सुधीर ओझा अधिवक्ता सह परिवादी, मुजफ्फरपुर