चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने भारतीय सेना के प्रमुख आरंभिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का का दौरा किया है। सीडीएस को भारतीय नौसेना के भविष्य के सामुद्रिक योद्धाओं को आकार देने में आईएनएस चिल्का द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें अग्निवीर प्रशिक्षणों का अवलोकन और चिल्का में अब तक प्रशिक्षित बैचों का विश्लेषण उपलब्ध कराया गया।
अग्निवीरों को किए गए अपने संबोधन में सीडीएस ने जानकारी दी कि “अग्निपथ योजना” का कार्यान्वयन कुशल, अनुशासित और प्रेरित युवाओं को उपलब्ध कराए जाने के द्वारा सेना में एक युवा प्रोफाइल बनाये रखने तथा राष्ट्र निर्माण करने की दिशा में किए सुधारों में से एक प्रमुख सुधार रहा है। उन्होंने अग्निवीरों को प्रौद्योगिकी के रूप से एक प्रवीण सामुद्रिक योद्धा बनने के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। परस्पर बातचीत के दौरान, उन्होंने अग्निवीरों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया।
नौसेना में अग्निवीर प्रशिक्षणों के बारे में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए, सीडीएस ने प्रशिक्षण के बुनियादी ढांचे का एक संक्षिप्त दौरा किया। उन्होंने प्रशिक्षण के उच्च मानक प्रदान करने और सामुद्रिक योद्धाओं की अगली पीढ़ी को आकार देने के लिए प्रशिक्षण संकाय की सराहना की।