पिछले दिनों विद्यालय आने जाने के क्रम में एक शिक्षक की नाव से गिरने से नदी में डूब कर मौत हो गई थी। शिक्षक की मौत के बाद शिक्षा विभाग के शिक्षकों में आक्रोश पनपने लगा था साथ ही शिक्षा विभाग पर भी सवाल उठने लगा था। इसके बाद अब शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी किया है। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव ने सभी जिला प्रशासन को पत्र लिख कर आदेश दिया है कि अगर जिले में कहीं बाढ़ग्रस्त क्षेत्र है तो वहां शिक्षकों और छात्रों के विद्यालय आने जाने के लिए सरकारी नाव उपलब्ध कराई जाए। सभी नावों पर पर्याप्त मात्रा में लाइफ जैकेट भी उपलब्ध हो इस बात को अवश्य सुनिश्चित किया जाए। विद्यालय आने और जाने के समय को ध्यान में रख कर नाव का परिचालन सुनिश्चित किया जाए ताकि शिक्षक और छात्र विद्यालय ससमय पहुंच सकें।
इसके साथ ही गोताखोर की उपलब्धता भी सुनिश्चित किया जाए। शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि सभी नाव आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा क्रय किया जाएगा और अगर आपदा प्रबंधन विभाग नाव नहीं क्रय करता है तो फिर जिला प्रशासन अपने तरफ से नाव खरीदेगी। इसके लिए आवश्यकतानुसार आवंटन की मांग की जा सकती है। यह व्यवस्था मुख्य रूप से अगस्त और सितंबर महीना के लिए लागू होगा। इसके साथ ही भीषण बाढ़ की स्थिति में जिलाधिकारी को आदेश दिया गया है कि आवश्यकतानुसार विद्यालय बंद कर सकते हैं।