मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 1239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों- मधु कश्यप, गौतम कुमार, शोभा रानी, लाडली कुमारी, शिवेश कुमार झा, कोमल कुमारी, रीना कुमारी तथा रौशनी कुमारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में 1239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। मैं सभी नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को इसके लिए बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। मुझे इस विशेष कार्यक्रम में शामिल होकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। 1239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों में 442 महिलाएं चयनित हुई हैं, यह बहुत खुशी की बात है। आज के कार्यक्रम में नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों के अभिभावकगण भी उपस्थित हैं मैं उनका भी स्वागत करता हूं और उन्हें भी बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के पहले कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी? नवंबर, 2005 में जब हमलोग सरकार में आए तो कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए गये। वर्ष 2005 में पुलिस बल की संख्या लगभग 42 हजार थी। हमने पुलिस की बहाली की प्रक्रिया को तेज किया और अब पुलिसबल की संख्या 1 लाख 10 हजार हो गई है। वर्ष 2013 में पुलिसबल में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया जिससे पुलिसबल में महिलाओं की संख्या बढ़ी। आज पुलिसबल में महिलाओं की संख्या लगभग 30 हजार हो गई है। देश के दूसरे राज्यों में पुलिसबल में महिलाओं की संख्या इतनी कहीं नहीं है। यह हम सभी के लिए प्रसन्नता की बात है। महिला थानों में महिला पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति से महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने में सहूलियत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पुलिसबल की संख्या 2 लाख 29 हजार होनी चाहिए।
अभी पुलिसबल की संख्या 1 लाख 10 हजार है। 21 हजार पुलिसबल की बहाली प्रक्रिया जारी है। 20 हजार पुलिसबल की बहाली के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होनें पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुये कहा कि शेष 78 हजार पुलिसबल की बहाली जल्द कराएं। अगले 6 महीने में बचे हुए पदों की बहाली प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि हमने पुलिसिंग सिस्टम को ठीक किया है। थाना के कार्यों को दो भागों केसों के अनुसंधान और विधि व्यवस्था को अलग-अलग किया ताकि कार्यों को त्वरित और बेहतर ढंग से निष्पादित किया जा सके। उन्होंने कहा कि रात के साथ ही दिन में भी पुलिस गश्ती की व्यवस्था की गई है। पुलिस गश्ती होने से अपराध में कमी आई है। वर्ष 2005 के पहले कितना कानून व्यवस्था का बुरा हाल था। लोग शाम में घर के बाहर नहीं निकलते थे। अब देर रात तक लोग घर से बाहर निकलकर अपना काम निर्भीक होकर कर रहे हैं। पहले आपस में लोग झगड़ा करते थे। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था, अब सब ठीक हो गया है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल की गई। कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है। बिहार पुलिस सभी कार्यों को बेहतर ढंग से और पूरी मेहनत के साथ कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में सात निश्चय-2 के अंतर्गत हमलोगों ने 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने की बात कही थी। अबतक 24 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। 10 लाख लोगों को और रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। 10 लाख नौकरी देने की जो बात कही गई थी उसमें 7 लाख 16 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी है। हमने लक्ष्य निर्धारित किया है कि अब 10 लाख की जगह 12 लाख नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी वर्गों एवं धर्मों के लोगों को नौकरी और रोजगार दिया जा रहा है, इसमें किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के सहयोग से राज्य तरक्की कर रहा है। केंद्र सरकार भी बिहार को काफी सहायता दे रही है। सबके सहयोग से बिहार को विकसित प्रदेश बनाएंगे, बिहार और आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य को बेहतर और विकसित बनाने में पुलिसबल की महत्वपूर्ण भूमिका है। बिहार पुलिस अपनी जिम्मेवारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन करते रहे। सभी नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को मैं पुनः बधाई देता हूं और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे अपनी जिम्मेवारियों को बखूबी निभाएंगे।
मुख्यमंत्री को कार्यक्रम की शुरूआत से पूर्व पुलिस बल द्वारा सलामी दी गयी। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न एवं पौधा भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को विभागीय शपथ तथा मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने मद्यनिषेध की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में बिहार पुलिस पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी तथा पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, गृह विभाग के सचिव प्रणव कुमार, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, पटना प्रक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक गरिमा मलिक, पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारीगण, नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।