बिहार के लिए आज बड़ा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। बता दें कि नालंदा विश्वविद्यालय विश्व का सबसे पहला और प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। करीब 800 वर्षों बाद इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन एक बार फिर किया गया है। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन से पूर्व प्रधानमंत्री ने प्राचीन विश्वविद्यालय के खंडहर का भ्रमण किया और जानकारी ली और पौधारोपण भी किया। नालंदा यूनिवर्सिटी का निर्माण 455 एकड़ में किया गया है।
वर्तमान समय मे नालंदा विश्वविद्यालय में कुल 17 देश के 400 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के कुल सात विषयों की पढ़ाई हो रही है, जबकि दो विषय इस शैक्षणिक सत्र से शुरू होने वाला है। वहीं डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए कुछ 10 विषयों की पढ़ाई हो रही है। इस नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस में एशिया का सबसे बड़ा लाइब्रेरी बन रही है। यह कयास भी लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस विश्वविद्यालय में दुनिया का सबसे बड़े लाइब्रेरी बनाने की मांग प्रधानमंत्री के समक्ष रख सकेंगे। नालंदा विश्वविद्यालय की नींव 19 सितम्बर 2014 को तात्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रखा था। अब 10 साल बाद इसका उद्घघाटन भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। इस नालन्दा विश्वविद्यालय में जहां 100 एकड़ में कुल चार तालाबों का समूह है। वहीं डेढ़ सौ एकड़ में पेड़ पौधे लगाए गए हैं, जहां जलवायु परिवर्तन में सुधार हो सके। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन के वक्त प्रधानमंत्री के साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत अन्य कई मंत्री एवं 17 देशों के राजदूत भी मौजद रहे।