छपरा 25 जून 2025: संभावित डेंगू और चिकनगुनिया के प्रकोप को देखते हुए सारण जिले का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें इन मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए। बैठक में जिलाधिकारी अमन समीर, उप विकास आयुक्त यतेंद्र पाल, नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय, सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और नगर निकायों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक के दौरान, अधिकारियों को लार्वीसाइडल दवा का छिड़काव, जल जमाव को समाप्त करने और अस्पतालों में डेंगू-चिकनगुनिया के इलाज की विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। शहरी क्षेत्रों में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत द्वारा फॉगिंग कराई जाएगी, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें छिड़काव करेंगी।
सदर अस्पताल में 10, अनुमंडलीय अस्पताल में 5, और पीएचसी में 2 बेड का बनेगा डेंगू वार्ड
जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 5 बेड और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में 2 बेड का विशेष डेंगू वार्ड स्थापित किया जाएगा। इन सभी बेड को मच्छरदानी युक्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि संबंधित मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाएं सभी अस्पतालों में उपलब्ध रहें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि डेंगू के मरीज की पुष्टि होने पर उसके निवास स्थान के 500 मीटर के दायरे में फॉगिंग कराई जाए। साथ ही, इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा एक्टिव सर्विलांस भी किया जाएगा ताकि नए मरीजों की पहचान की जा सके। उन्होंने मेडिकल कॉलेज से समन्वय स्थापित कर प्लेटलेट्स की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर डीडीसी और नगर आयुक्त ने सदर अस्पताल का दौरा किया और जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा की।
एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू, बरतें सावधानी
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू की जांच के लिए किट की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है और फॉगिंग के लिए नई मशीनों की खरीद भी हुई है। उन्होंने बताया कि एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है, और यह मच्छर दिन में काटता है तथा स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है।
डॉ. सिंह ने डेंगू के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक-मसूड़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव और काला पखाना डेंगू के प्रमुख लक्षण हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखें और तेज बुखार हो तो तत्काल सदर अस्पताल जाकर इलाज कराएं। उन्होंने विशेष रूप से चेतावनी दी कि यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है तो उसे दोबारा डेंगू बुखार की आशंका होने पर और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है और तुरंत सरकारी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डेंगू से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
* अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
* कूलर, टायर, गमलों आदि की सप्ताह में कम से कम एक बार सफाई करें।
* मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
* डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।