छपरा 10 जुलाई 24: कृषि प्रांगण के सभागार में मछुआरा दिवस मनाया गया। यह दिवस 1957 में हीरा लाल चौधरी एवं अलिकुन्ही के द्वारा मत्स्य का प्रजनन कराये जाने एवं नीली क्रांति का शुरूआत किये जाने के उपलक्ष में मनाया जाता है। मछुआरा दिवस के अवसर पर प्रखण्ड से आये हुए इसुआपुर मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री शिवनाथ सहनी, गांझी मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री अरविन्द प्रसाद, परसा मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री सरयूग सहनी, मशरख मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री श्रीमती रेशमा देवी, मकेर मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री श्रीमती रिना देवी, अमनौर मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री अनिता देवी एवं एकमा मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड के मंत्री ने आदि अपना-अपना विचार प्रकट किया गया।
इस अवसर पर सुमन कुमार, उप मत्स्य निदेशक, सारण परिक्षेत्र, छपरा, प्रदीप कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सारण, श्यामबिहारी सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, सारण, रामविचार मांझी, अंकित कुमार, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, नरेन्द्र कुमार, मो० अख्तर हुसैन, चंचला कुमारी, आस्था कुमारी, अमृता रंजन, मत्स्य विकास पदाधिकारी एवं श्रवण पंडित, कनीय अभियंता उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मछली पालन से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। वन विभाग के फोरेस्टर, प्रतिक्षा सिंह ने प्रवासी पक्षियो का शिकार न करने और वन विभाग के योजनाओं से संबंधित जागरूकता एवं प्रचार प्रसार किया गया।
मछली पालन से जुड़े लोगों को ऋण और अनुदान
कार्यक्रम में मछली पालन से जुड़े लोगों को ऋण और अनुदान देने की जानकारी दी गई। मछली पालन के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
मछली पालन का महत्व
मछली पालन एक लाभदायक व्यवसाय है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए रोजगार का एक अच्छा साधन है। मछली पालन से मिलने वाली मछली एक पौष्टिक भोजन भी है।
मछुआरों की समस्याएं
मछुआरों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें पानी की कमी, मछली के शिकारियों का खतरा, और बाजार की समस्याएं शामिल हैं।
सरकार की पहल
सरकार मछुआरों की समस्याओं को हल करने के लिए कई तरह की पहल कर रही है। सरकार मछली पालन के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। सरकार मछुआरों को ऋण और अनुदान भी दे रही है।