स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (शिक्षा विभाग, बिहार) द्वारा गाँधी मैदान में प्रस्तुत झाँकी को मिला प्रथम पुरस्कार। थीम थाः पढ़ता बिहार, बढ़ता बिहार, सपने सच करता बिहार
पटना: बिहार सरकार की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने, विद्यालय सुधार के प्रयासों एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से राज्य के सर्वांगीण विकास व युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के संकल्प को दृश्यमान रूप प्रदान करती शिक्षा विभाग की झाँकी को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गयी। शिक्षा विभाग की झाँकी जन-जन का आह्वान करती नजर आयी कि विद्यालय की घंटी टन टन टन बजने लगी है। बिहार के तमाम जन अपने बच्चों को विद्यालय लायें।
भारी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति के उपरांत विद्यालय में शिक्षक-छात्र अनुपात राष्ट्रीय स्तर से भी बेहतर हो गया है। विद्यालयों में सभी आधारभूत संरचनाएं यथा- आनंददायी वर्ग कक्ष, स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब, प्रयोगशाला, खेल-कूद का मैदान, स्वच्छ शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो गई है। विद्यालय का अनुश्रवण ई शिक्षा कोष के माध्यम से शिक्षकों को टैब देकर ऑनलाईन किया जा रहा है। विद्यालय शिक्षा समिति तथा समुदाय को विद्यालयों के प्रबंधन का अधिकार दे दिया गया है। आपके बच्चों का विद्यालय आपका विद्यालय है। इसे सहेजें, इसे संवारे ताकि पढता बिहार, बढ़ता बिहार में आपके बच्चों का विद्यालय अर्थात आपका विद्यालय, आपकी सुशासन की सरकार, आपका बिहार, आपके लाडले बच्चों के सपनो को सच कर सके।
झाँकीके प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा से पूरे शिक्षा जगत एवं शिक्षा विभाग में खुशी की लहर देखी गयी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ के मार्गदर्शन में झाँकी का थीम चयन किया गया था। पटना आर्ट कॉलेज के कलाकारों से झाँकी तैयार कराया गया था। राज्य परियोजना के निदेशक मयंक वरवडे के कुशल एवं दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ उदय कुमार उज्ज्वल ने दिन-रात मेहनत कर झाँकी तैयार करायी। झाँकी के साथ धनेश्वरी उच्च विद्यालय की छात्राओं का बैंड टीम झाँकी में चार चाँद लगाया। 30 सेकेण्ड में मुख्यमंत्री के समक्ष किलकारी के कलाकारों ने विद्यालय में होने वाली समस्त गतिविधियों को दृश्यमान कर दिया।
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, एसीएस डॉ एस सिद्धार्थ, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक मयंक वरवड़े एवं राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ उदय कुमार उज्ज्वल को शिक्षा जगत एवं बिहार के तमाम विभागों के प्रमुख द्वारा बधाईयाँ देने का सिलसिला अनवरत जारी है।