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सेक्टर मीटिंग में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना व मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की दी गई विस्तृत जानकारी

सारण जिले के तरैया प्रखंड के नेवारी गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र कोड संख्या- 78 पर गुरुवार को सेक्टर मीटिंग किया गया। अध्यक्षता महिला पर्यवेक्षिका माला कुमारी ने किया। इस बैठक में सर्व प्रथम प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की विस्तृत जानकारी दी गई और सेविकाओं से अधिक से अधिक लाभार्थियों को आच्छादित करने का निर्देश दिया गया।

सेविकाओं को अधिक से अधिक फार्म भरकर ऑनलाइन करने का दिया गया निर्देश

अभियान चलाकर सेविका लाभार्थियों को करें आच्छादित- एलएस

एलएस ने सेविकाओं को ऑनलाइन फॉर्म भरने में आ रही परेशानी का ट्रेनिंग देकर किया समाधान

 

सारण, 6 जून 2024। सारण जिले के तरैया प्रखंड के नेवारी गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र कोड संख्या- 78 पर गुरुवार को सेक्टर मीटिंग किया गया। अध्यक्षता महिला पर्यवेक्षिका माला कुमारी ने किया। इस बैठक में सर्व प्रथम प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की विस्तृत जानकारी दी गई और सेविकाओं से अधिक से अधिक लाभार्थियों को आच्छादित करने का निर्देश दिया गया। महिला पर्यवेक्षिका श्रीमती कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एक जन कल्याणकारी योजना है जिसके अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को ₹5000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। ये राशि तीन किस्तों में गर्भवती महिला के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है।

पहली किस्त: 1000 रुपए गर्भावस्था के पंजीकरण के समय, दूसरी किस्त: 2000 रुपए, यदि लाभार्थी छह महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच कर लेते हैं। तीसरी किस्त: 2000 रुपए, जब बच्चे का जन्म पंजीकृत हो जाता है और बच्चे को BCG, OPV, DPT और हेपेटाइटिस-B सहित पहले टीके का चक्र शुरू होता है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना भारत सरकार द्वारा संचालित एक मातृत्व लाभ कार्यक्रम है। यह 19 वर्ष या उससे अधिक उम्र की गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पहले जीवित जन्म के लिए एक सशर्त नकद हस्तांतरण योजना है। वहीं दूसरा बच्चा अगर लड़की होती है तो लाभार्थी को उनके खाता में छह हजार रुपये हस्तांतरित किये जाते हैं।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां उठा सकती है। इस योजना के अंतर्गत सेनेटरी नैपकिन खरीदने के लिए और स्कूल/कॉलेज की यूनिफॉर्म खरीदने के लिए भी सरकार द्वारा धनराशि दी जाती है। बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही यह एक महत्वपूर्ण योजना है।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना मुख्य उद्देश्य राज्य की कन्याओं को उच्च शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना के तहत बिहार राज्य की कन्याओं को स्नातक पास करने तक किस्तों के रूप में धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में विकास होगा और कन्याएं सशक्त बनेगी। यह योजना कन्याओं के भविष्य को सुरक्षित करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी। इससे उन सभी परिवारों को भी मदद मिलेगी, जो अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए धनराशि नहीं जुटा पाते हैं।
इस योजना के अंतर्गत बिहार राज्य की बालिकाओं को 50,000 रुपए की धनराशि स्नातक डिग्री प्राप्त करने तक प्रदान की जाएगी। यह धनराशि उन्हें जन्म से लेकर स्नातक की डिग्री प्राप्त करने तक किस्तों में दी जाएगी।
महिला पर्यवेक्षिका ने सभी सेविकाओं को निर्देश दिया कि अपने अपने पोषक क्षेत्र में अभियान चलाकर अधिक से अधिक लाभर्थियों को आच्छादित करें। उन्होंने पी एम एम वी वाई योजना के फॉर्म को ऑनलाइन भरने में सेविकाओं को हो रही परेशानी का निदान  निकालकर उन्हें प्रशिक्षित भी किया। मौके पर महिला पर्यवेक्षिका माला कुमारी सेविका सावित्री देवी, अनिता देवी, संगीता कुमारी, प्रणीता देवी, सुमन कुमारी, गीता पाठक, सीमा कुमारी, चंदा देवी, रितु कुमारी, पूनम देवी, सबिता देवी, सुभद्रा देवी, रीना कुमारी, गुड्डी देवी, मालती देवी, तमन्ना खातून समेत दर्जनों सेविका उपस्थित थी।
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