बिहार में लोकसभा चुनाव का परिणाम वाकई चौंकाने वाला साबित हो रहा है। बिहार में हाजीपुर लोकसभा सीट से लोजपा(रा) प्रत्याशी चिराग पासवान, पूर्णिया सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव, गया से हम के संरक्षक जीतनराम मांझी, पश्चिम चंपारण सीट से भाजपा के पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, वाल्मीकिनगर सीट से जदयू के सुनील कुमार के जीत की खबर आ रही है। हालांकि अभी चुनाव आयोग की तरफ से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इसके साथ ही भाजपा बिहार की 12 सीटों पर बढ़त बना कर चल रही है जबकि जदयू 14 सीटों पर।
सारण लोकसभा सीट से राजीव प्रताप रूडी को रोहिणी आचार्य ने कड़ी टक्कर दी और बहुत ही कम अंतर से आगे चल रहे हैं। पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर शुरुआत में तो रामकृपाल यादव अच्छी बढ़त में रहे लेकिन फिर मीसा भारती ने जब एक बार बढ़त बनाई तो फिर बढ़त बनाए ही रह गई। इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा मतगणना शुरू होने के बाद से ही कहीं टक्कर में नहीं दिखे।
लोजपा अपनी सभी पांच सीटों पर आगे है तो राजद चार लोकसभा सीट पर, कांग्रेस 2 लोकसभा सीट पर और सीपीआई एमएल दो सीट पर। भाजपा को बिहार में लोकसभा चुनाव में जबरदस्त झटका लगा है और आरा से भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री आर के सिंह पराजय की तरफ अग्रसर हैं जबकि अन्य दो केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और गिरिराज सिंह शुरुआती दौर में काफी टक्कर में रह कर बढ़त में आए हैं।
इसके साथ ही बात करें जदयू की तो जदयू अपनी 16 सीटों में से 15 सीटों पर शुरू से बढ़त बना कर चली लेकिन बाद में कांग्रेस ने किशनगंज सीट पर अपनी बढ़त बना ली जबकि जहानाबाद लोकसभा सीट पर जदयू पीछे ही रह गई। पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव की जीत के बाद जदयू ने एक और सीट से हाथ धो लिया और उसके खाते से तीन सीटें निकल गई। भाजपा ने बक्सर सीट पर वर्तमान सांसद अश्विनी कुमार चौबे का टिकट काट कर मिथिलेश तिवारी पर भरोसा तो जताया लेकिन मिथिलेश तिवारी मतदाताओं का भरोसा नहीं जीत सके और राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह के कड़ी टक्कर में रहे और मिथिलेश तिवारी बक्सर में बढ़त में आए तो आते ही रह गए।