अररिया 25 दिसम्बर। यूपी की मूल निवासी और नरपतगंज के कन्हैली मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा की हत्या के सनसनीखेज मामले का अररिया पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस हत्या में शामिल पेशेवर सुपारी किलर मो. मारूफ और मो. सोहेल को गिरफ्तार किया है, जबकि घटना की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुशनन उर्फ हुस्न आरा (पति मो. साकिर) को भी पकड़ लिया गया है। पुलिस ने इनके पास से एक देसी कट्टा, घटना में प्रयुक्त यामाहा एफजेड बाइक, अपराधियों द्वारा पहने गए कपड़े और जूते बरामद किए हैं।
गलत पहचान में चली गोली, निर्दोष शिवानी बनी निशाना
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि यह हत्या असल में गलतफहमी का नतीजा थी। मुख्य साजिशकर्ता हुस्न आरा अपने पति पर एक अन्य महिला शिक्षिका से अवैध संबंध होने का शक करती थी। इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस महिला शिक्षिका की हत्या की साजिश रची थी और तीन लाख रुपये में मारूफ और सोहेल को सुपारी दी गई थी।
लेकिन जिस महिला शिक्षिका को निशाना बनाया गया था, वह घटना वाले दिन अवकाश पर थी। चूंकि मृत शिक्षिका शिवानी वर्मा और निशाने पर रखी गई महिला शिक्षिका दोनों का रास्ता एक ही था और दोनों स्कूटी से स्कूल आती-जाती थीं, इसलिए अपराधियों ने गलत पहचान में शिवानी को ही गोली मार दी।
कन्हैली शिव मंदिर के पास मारी गई थी गोली
घटना 3 दिसंबर की सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुई। शिवानी वर्मा (निवासी—हैदरगढ़, बाराबंकी, यूपी) जब विद्यालय जा रही थीं, तभी कन्हैली शिव मंदिर के पास बाइक सवार दो अपराधियों ने उन्हें पीछे से गर्दन में गोली मार दी। घटना के बाद अपराधी खाबदह-दरगाहीगंज मार्ग से होते हुए फरार हो गए।
शिवानी की बहन के आवेदन पर नरपतगंज थाना कांड संख्या 437/25 दर्ज कर जांच शुरू की गई। एसपी ने बताया कि SIT ने सीसीटीवी फुटेज, वैज्ञानिक व तकनीकी जांच और लगातार छापेमारी के आधार पर आरोपी मारूफ की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर बाइक और हथियार बरामद हुए। बाद में सोहेल और हुस्न आरा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पूर्व मुखिया पर भी संदेह, जांच जारी
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पूछताछ में वारदात में स्थानीय स्तर पर संरक्षण की बात भी सामने आई है। फारबिसगंज के रामपुर दक्षिण के पूर्व मुखिया पर सुपारी किलर को प्रश्रय देने का आरोप सामने आया है। इस कोण से भी जांच जारी है और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही गई है।
छापेमारी टीम में कई थानेदार व एसडीपीओ शामिल
मामले के खुलासे में SIT के कई अधिकारी शामिल रहे।
छापेमारी टीम में शामिल थे—
- फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा
- अररिया एसडीपीओ सुशील कुमार
- डीआईयू टीम
- नरपतगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार
- फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार सिंह
- जोकीहाट थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा
- फुलकाहा थानाध्यक्ष विकास कुमार मौर्य
- घूरना थानाध्यक्ष मुकेश कुमार
अररिया पुलिस ने कहा कि मामले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। यह पूरा प्रकरण एक खतरनाक गलतफहमी की वजह से हुई निर्दोष शिक्षिका की हत्या को दर्शाता है, जिसने पूरे जिले को दहला दिया है।



