सारण, 5 दिसंबर 2025। बिहार में शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए सारण पुलिस लगातार अभियान पर है। इसी क्रम में मुफस्सिल थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। तेज निगरानी और त्वरित छापेमारी से अंतरराज्यीय शराब तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक ट्रक से 1845 लीटर विदेशी शराब बरामद की है और दो तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
सूचना मिलते ही एक्शन — मेथवलिया मार्ग पर जाल बिछाया गया
4 दिसंबर को गश्ती के दौरान पुलिस को मद्य निषेध एवं राज्य नियंत्रण स्वापक ब्यूरो, पटना से सूचना मिली कि मेथवलिया मार्ग से एक ट्रक में भारी मात्रा में विदेशी शराब हरियाणा से लाई जा रही है।
इसके बाद पुलिस ने साढ़ा बाजार समिति के पास दिव्य ज्योति आई सेंटर के सामने सघन वाहन जांच शुरू कर दी।
ट्रक ने मोड़कर बच निकलने की कोशिश की, पुलिस ने दबोचा
जांच स्थल से थोड़ी दूर एक ट्रक पुलिस को देख कर वापस मोड़ने लगा। पुलिस की तत्परता से ट्रक को तुरंत रोक लिया गया।
ट्रक में मौजूद दोनों व्यक्तियों—निक्कु कुमार और विजय सहनी—को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। दोनों ने खुलासा किया कि मुजफ्फरपुर के एक शख्स ने उन्हें 20-20 हजार रुपये देकर हरियाणा, पानीपत से शराब से भरा ट्रक मोतीपुर तक पहुँचाने का काम सौंपा था।
ट्रक से निकला चौंकाने वाला राज — गुप्त तहखाने में शराब की खेप
वाहन की तलाशी में पुलिस को ट्रक के डाला में एक गुप्त तहखाना मिला। तहखाना खोलने पर उसमें से विदेशी शराब की भारी खेप बरामद हुई—
कुल 1845 लीटर विदेशी शराब।
इसके बाद विधिसम्मत जप्ती सूची तैयार कर तस्करों की गिरफ्तारी करते हुए मुफस्सिल थाना कांड संख्या 645/25 दर्ज की गई।
नेटवर्क का लिंक तलाशने में जुटी पुलिस
गिरफ्तार दोनों तस्करों से लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस बैकवर्ड-फॉरवर्ड लिंक की जांच कर रही है ताकि इस रैकेट में शामिल अन्य सहयोगियों और सप्लायरों तक पहुँचा जा सके।
सारण पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के निर्माण, परिवहन और भंडारण में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गिरफ्तार तस्कर
- निक्कु कुमार, सा० मरवन, थाना करजा, जिला मुजफ्फरपुर
- विजय सहनी, सा० भटीना, थाना करजा, जिला मुजफ्फरपुर
जप्त सामान
- 1845 लीटर विदेशी शराब
- ट्रक (01)
- मोबाइल फोन (02)
अभियान में शामिल टीम
- थानाध्यक्ष, मुफस्सिल थाना एवं उनकी पूरी पुलिस टीम
सारण पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि शराबबंदी को तोड़ने की किसी भी कोशिश पर पुलिस की निगाह पैनी है और कार्रवाई और भी तेज।



