HomeRegionalBiharवक्फ संशोधन विधयेक पर भाजपा के द्वारा किये जा रहे साजिस पर...

वक्फ संशोधन विधयेक पर भाजपा के द्वारा किये जा रहे साजिस पर नीतीश कुमार चुप्प क्यों है – राजद

संविधान को खत्म करने की साजिस चल रही है इसके खिलाफ सभी एक जुट हो जाये क्योंकि आरक्षण समाप्त करने की मंशा है। वक्फ संशोधन विधयेक पर भाजपा के द्वारा किये जा रहे साजिस पर नीतीश कुमार चुप्प क्यों है – राजद

देश भर में जातिगत जनगणना कराने एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सेवाकाल वाली बिहार की महागठबंधन सरकार के सत्रह महिने में बढ़ाई गई 65 प्रतिशत आरक्षण सीमा को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर एवं उक्त मांगों के प्रति केन्द्र की एनडीए सरकार के नकारात्मक रवैए के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के तत्वाधान में पटना जिला इकाई के द्वारा पटना जिलाध्यक्ष दीनानाथ सिंह यादव के अध्यक्षता में बिहार राजद राज्य कार्यालय के समीप विशाल धरना दिया गया है। इस धरना को प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुबारी सिद्दीकी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चैधरी, राष्ट्रीय महासचिव जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव, बिन्नू यादव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डाॅ सुनील कुमार सिंह, राज्य सभा सांसद संजय यादव, पूर्व सांसद विजय कृष्ण, प्रदेश उपाध्यक्ष सतीस कुमार, अशोक कुमार सिंह, अनील सहनी, विनोद श्रीवास्तव, मुजफ्फर हुसैन राही, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, प्रदेश कोषाध्यक्ष सह विधायक मो कामरान, विधायक रीतलाल यादव, रेखा पासवान, फतेहबहादुर सिंह, युसूफ सलाउद्दीन, डब्लू सिंह, विधान पार्षद कारी मो सोहैब, डाॅ उर्मिला ठाकुर, मुन्नी रजक, मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, सारीका पासवान, मधु मंजरी, अरूण यादव, पूर्व विधायक, आजाद गांधी, रविन्द्र सिंह, अबु दोजाना, प्रदेश महासचिव मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, मुकुन्द सिंह, बल्ली यादव, निराला यादव, खुर्शीद आलम सिद्दीकी, प्रो कुमार चन्द्रदीप, भाई अरूण, प्रमोद राम, निर्भय अम्बेदकर, डाॅ प्रेम कुमार गुप्ता, के डी यादव, नन्दू यादव, देवकिशुन ठाकुर, प्रदीप मेहता, श्याम नन्दन पासवान, जेम्स कुमार यादव, बाढ़ जिलाध्यक्ष नमीता नीरज सिंह, महानगर अध्यक्ष महताब आलम, विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष राजेश यादव, रितू जायसवाल, डाॅ मोहित कुमार, अरविन्द सहनी, महेन्द्र प्रसाद विद्यार्थी, अनील साधू, अशोक कुमार गुप्ता, पटना जिला के प्रधान महासचिव मो अफरोज आमल, शेखर यादव, भाई नरेन्द्र, उमेश पंडित, सलमान अख्तर, अकबर अली परवेज, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, अरूण कुमार सिंह सहित पटना जिला के जिला पदाधिकारी प्रखण्ड अध्यक्ष के अलावा हजारों की संख्या में धरना में लोग शामिल थे।

इस अवसर पर धरना को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना और 65 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था को 9वीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए कटिब्द्ध है और यह मुद्दा जन-जन से जुडा हुआ है। जब बिहार में महागठबंधन सरकार थी तो हमने जातिगत गणना करवाया और जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी हिस्सेदारी तय करते हुए 65 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था को लागू किया और इसे कहीं चैलेंज नहीं किया जा सके इसके लिए बिहार सरकार के कैबिनेट ने केन्द्र के पास आरक्षण व्यवस्था को मजबूत रखने की दृष्टिगत 9वीं अनुसूची में शामिल कराने का प्रस्ताव भेजा लेकिन केन्द्र सरकार ने इसपर चुप्पी साध ली। भाजपा के लोग नहीं चाहते है कि अंतिम पैदान पर खड़े लोगों को उसका अधिकार मिले ये पीढ़ी दर पीढ़ी वैसी ही स्थिति में देखना चाहते है और चन्द लोगों के बिच सत्ता की मलाई का मजा ले रहें है जिसमें जनता दल (यू) के नेता भी शामिल है। जबकि विरासत के हमारे नेताओं और महापुरूषों ने इस तरह के अन्याय के खिलाफ हमेशा आवाज उठाया। आज भी दलित समाज का बेटा घोड़ी पर नहीं बैठ सकता और मंदिर में पुजा नहीं कर सकता है। जब भी जातिगत जनगणना की बात कि जाती है। तब कहीं न कहीं गिनती को ये लोग समाज बाटने वाली बात कहते है। इन लोगों को बताना चाहिए की जाति का टाईटल लगाने की और अपने जाति में शादी और अन्य बाते समाज के ही बिच के जाति को खोज कर ही क्यों किया जाता है। इस तरह का कार्य करने वाले बतायेगें कि क्या लालू प्रसाद और तेजस्वी ने इस व्यवस्था को कायम किया है या पहले से चला आ रहा है।

तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार के सभी लोग एक जूट हो जाईए क्यांकि ये लोग आरक्षण को समाप्त करने के लिए संविधान की व्यवस्था को खत्म करना चाहते है। इसी कारण लगातार भाजपा के द्वारा संविधान पर हमला किया जाता है। भाजपा ने जातिगत जनगणना और 65 प्रतिशत आरक्षण को रोकने की दृष्टिगत जो साजिस की है उसके लिए भाजपा के साथ-साथ जनता दल (यू) और एन डी ए के अन्य सभी दल बराबर के दोषी है। आपने देखा होगा कि लेटरल इंटी के बहाने यू पी एस सी के अधिकार क्षेत्र को कम करने और आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करने की जिसे हमलोगों ने विफल कर दिया। इन्होंने मिशाल के रूम में कहा कि जो सोवत है वह खोवत है और जो जागत है वहीं पावत है। अगर हम लोग जगे नहीं होते तो आज वो साजिस में कामब्याब हो जाते। तेजस्वी सबको साथ लेकर चल रहा है और आपके हक और अधिकार के हक की लडाई हमेशा लडते रहेगें। जिसको जितना गाली देना हो दे ले लेकिन तेजस्वी आरक्षण और गरीबों की लड़ाई में पिछे नहीं रहेगा।

इन्होंने आगे कहा कि हम चाहते है कि हरेक नौजवानों का भविष्य बेहतर हो हर के हाथ में काम मिले आपने देखा कि तेजस्वी के हटते ही एक भी नौकरी नहीं दिया गया। ये लोग बिहार में पेपर लिक करा रहे है, पुल-पुलिया गिरने पर किसी पर कार्रवाई नहीं हो रही है और सरकार की इकबाल समाप्त हो जाने से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। इन्होंने कहा कि सच्चाई की जीत होगी और हम गरीबों शोषितो, वंचितों को उनका अधिकार दिला कर रहेगें। मोदी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया जबकि बिहार की बड़ी भूमिका है केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनाने में। इन्होंने आगे कहा कि वक्फ संशोधन विधयेक लाकर केन्द्र सरकार मुसलमानों के खिलाफ साजिस कर रहीं है और इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी से यह स्पष्ट होता है कि वह किस तरह से भाजपा की राजनीति को मजबूती प्रदान कर रहें। इन्होंने कार्यकर्ताओं से हाथ उठवाकर एक बड़ी लडाई के लिए पूरे संकल्पों के साथ खडें होने का अहवान किया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments