दो दिवसीय पटना माइंड फेस्ट का उद्घाटन पटना के बिहार म्यूजियम में शनिवार को बिहार के पूर्व मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, रेरा बिहार के अध्यक्ष विवेक सिंह एवं बिहार म्यूजियम के निदेशक राहुल कुमार ने किया। आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन (बिहार ब्रांच), बिहार म्यूजियम और एक्स्ट्रा सी की संयुक्त पहल पटना माइंड फेस्ट के लिए देश और प्रदेशों से हजारों छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। आयोजन के पहले दिन पटना क्विज, क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड एवं वर्ड बी प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिताओं में नोट्रे डैम अकडेमी, डॉन बॉस्को अकडेमी, सेंत कैरेंस स्कूल समेत आईआईटी खड़गपुर और आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने भी भाग लिया।
हमारे समाज की जीवंतता का प्रतीक है पटना माइंड फेस्ट- त्रिपुरारी शरण
इस दौरान बिहार के पूर्व मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने कहा कि पटना माइंड फेस्ट जैसे आयोजन विशेष कर हमारे राज्य में समाज की ऊर्जा और गतिशीलता का प्रतीक है। यह बिहार की सामूहिक दक्षता और काबिलियत को दर्शाता है। उन्होंने अपने छात्र जीवन का एक किस्सा भी सुनाया और कहा कि उन्होंने आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक ऐसे ही फेस्ट में हिस्सा लिया था जहां उन्हें न केवल ऐसी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का महत्व समझने का मौका मिला बल्कि उन्हें अपने टैलेंट से अवगत होने का भी अवसर मिला। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताएं हमें हमारी रचनात्मकता और काबिलियत से रूबरू करवाती है।
सफल जीवन के लिए केवल किताबी ज्ञान नहीं, अनुभव और तर्कशीलता भी जरुरी
रेरा बिहार के अध्यक्ष विवेक सिंह एक प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ ही लेखक, क्रॉसवर्ड विशेषज्ञ और क्विज में भी गहरी रूचि रखते हैं। छात्रों के सर्वांगीण विकास में पाठ्येत्तर गतिविधियों के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि किसी प्रतियोगी परीक्षा में अव्वल अच्छी बात है। लेकिन लंबे समय में जीवन के हर पड़ाव पर वही व्यक्ति सफल होता है जिसके पास किताबी ज्ञान के साथ ही अनुभव, विवेक और तर्कशीलता हो। बीते छः वर्षों से आयोजित हो रहे पटना माइंड फेस्ट की संकल्पना उन्होंने की थी। उन्होंने इस आयोजन के विजन के बारे में बताया कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है। इसमें देश को बेहतरीन इंजीनियर, डॉक्टर और प्रशासक देने से अधिक क्षमता है। बिहार में क्विज, क्रॉसवर्ड आदि समेत सह-शैक्षणिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर वर्ष पटना माइंड फेस्ट आयोजित किया जाता है ताकि बिहार में टैलेंट का पूल तैयार हो जो दिल्ली बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहर में आयोजित होने वाले ऐसे प्रतियोगिताओं में अपना और बिहार का नाम रौशन कर सकें।
इंडिया क्विज में पहले राउंड यानि प्रिलिम राउंड में कुल 134 टीमों ने हिस्सा लिया। प्रीलिम्स में 30 अंकों के कुल 25 सवाल पूछे गए थे। शीर्ष आठ टीमें फाइनल राउंड में पहुंची जिसमें तीन शीर्ष विजेताओं का चयन किया गया। चयनित टीम में पहले स्थान पर रहा टीम रसगुल्ला रेवोलुशनरीज (समन्वय बनर्जी, पियूष केडिया), दूसरे स्थान पर रही टीम तिहाड़ टू बिहार (विशाल, गोकुल और रक्तिम) जबकि तीसरे स्थान पर रहा टीम गोइंग थ्रू अ फैज़ (शशांक, अंकिता और आयुष)।
165 छात्रों ने लिया क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड में हिस्सा
स्कूल और कॉलेज के छात्र समेत कुल 165 लोगों ने क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड कांटेस्ट में हिस्सा लिया। सभी प्रतिभागियों को समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से उनका मूल्यांकन स्कूल, कॉलेज और ओपन श्रेणी में किया गया। तीनों श्रेणी में अलग विजेताओं को चयनित भी किया गया।
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड: स्कूल श्रेणी
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड स्कूल श्रेणी में सबसे पहले स्थान पर रेड रोज स्कूल देवघर के छात्र अंकुश राज रहे जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः डीपीएस पटना के वैभव शेखर और अनुषा कुमार रहे।
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड : कॉलेज श्रेणी
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड कॉलेज श्रेणी में मिरांडा हाउस की वंदिता विदिशा पहले स्थान पर रही जबकि दिल्ली यूनिवर्सिटी के चैतन्य प्रभाकर दूसरे और जीईसी वैशाली के अमन कुमार तीसरे स्थान पर रहे।
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड: ओपन श्रेणी
क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड ओपन श्रेणी में पहले स्थान पर आद्या सिंह रही जबकि दूसरे स्थान पर आयुष अवस्थी और तीसरे स्थान पर गोकुल एस रहे।
वर्ड बी कांटेस्ट में 111 प्रतिभागी
वर्ड बी प्रतियोगिता के प्रीलिम्स में 111 एकल एवं टीम ने हिस्सा लिया जिसमें शीर्ष 8 ने फाइनल में जगह बनाई। वर्ड बी में टीम रसगुल्ला रेवोलुशनरीज (समन्वय बनर्जी, पियूष केडिया) रही जबकि दूसरे स्थान पर टीम तिहाड़ टू बिहार (विशाल, गोकुल, रक्तिम) की टीम रही जबकि तीसरे स्थान पर इसेंट्रिक ब्लिटर्स (चैतन्य, वंदिता और पाखी) की टीम रही।
पटना माइंड फेस्ट के दूसरे दिन जनरल क्विज और क्रिएटिव राइटिंग कांटेस्ट आयोजित की जाएगी। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।