Reported by: Raju Prasad Jayswal
भागलपुर 1 अगस्त। सावन के महीने में कांवड़िया पथ पर अलौकिक और विहंगम दृश्य देखने को मिलता है कई तस्वीर ऐसी है जो बाबा बैधनाथ के प्रति आस्था के साथ साथ माता पिता के प्रति समर्पण की जीवंत मिसाल बन कर सामने आती है। ऐसा ही एक चित्र 108 किलोमीटर के सुल्तान गंज देवघर मार्ग पर दिखा जो वाक़ई में त्रेता युग के श्रवण कुमार के चरित्र को चरितार्थ कर रहा है।
अपने माँ बाप को बैधनाथ धाम के दर्शन करवाने के लिए जहानाबाद का चंदन श्रवण कुमार की भूमिका में नजर आ रहा है। दरअसल चंदन अपनी पत्नी के साथ माँ बाप को बैधनाथ धाम के दर्शन के लिए बहँगी पर ले जा रहे हैं बहँगी के अगले हिस्से को चंदन तो पिछले हिस्से को चंदन की पत्नी रानी ने पकड़ा है साथ ही पूरे रास्ते परिवार के लोगों के साथ साथ अन्य श्रद्धालु भी साथ दे रहे हैं। कांवड़िया पथ पर लोग चंदन को कलियुग का श्रवण कुमार बता रहे है साथ ही जहाँ वह थककर रुकते हैं वहां भीड़ उमड़ जा रही है हर कोई इन्हें देखने के लिए रुक जा रहे हैऔर साथ तस्वीर लेते भी नजर आ रहे हैं। चंदन दूसरी बार बहँगी पर माँ बाप को लेकर बैधनाथ धाम जा रहे है। आज उन्होंने सुल्तानगंज अजगैबीनाथ में जल भरा है और अगले सोमवार पर जल चढ़ाने की लक्ष्य रखा है।
चंदन और उनकी पत्नी इसे अपना कर्तव्य बता रहे हैं वो कहते हैं अपने मन से इन्हें लेकर जा रहे हैं हमारा कर्तव्य बनता है कि माँ बाप की सेवा करे। सच मे भगवान चंदन जैसा बेटा और रानी जैसी बहु सबको दे।