Reported by: Rishikesh Kumar
नालंदा: अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल नालंदा के राजगीर स्थित गर्म कुंडों का अस्तित्व संकट में हैं। यहां 22 कुुंड और 52 धाराएं है। सभी कुंडों और सभी धाराओं का अपना – अपना अलग आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व है।
यहां गंगा यमुना, व्यास कुंड, अनंत कुंड की जल धाराएँ सूख गई हैं। वही मारकंडे कुंड में नाम मात्र का पानी टपक रहा है। ब्रह्म कुंड का जलस्तर भी घटा है। कई कुंडों के सूख जाने से यहां बाहर से आने वाले पर्यटको में निराशा है।
राजगीर तीर्थ पंडा समिति के अजीत पांडे एवं संदीप उपाध्याय ने बताया कि कुंड के आसपास के विकास के कारण यहां के कुंड के जलस्तर में कमी आई है। कुंड के आसपास होटल और घर का निर्माण किया गया है जिसके कारण आसपास कई बोरिंग भी हुई है, जिसके कारण यहां का जलस्तर सूखने लगा है। उन्होंने बताया की वर्षा नहीं होने के कारण भी जलस्तर काफ़ी नीचे चल गया है।
गौरतलब है कि राजगीर का गर्म कुंड देशी -विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा है। राजगीर आनेवाले लोगों की प्राथमिकता होती है कि वे यहां गर्म पानी के कुंड और धाराओं का आनंद लें। आनेवाले समय में ध्यान नहीं दिया गया तो कुंडों का अस्तित्व पूरी तरह संकट में आ जाएगा।