केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग एवं अंतरिक्ष विभाग तथा कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज जम्मू के कठुआ में कहा कि कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों के दबाव के बाद आतंकवादी हताश हैं, भाग रहे हैं और अपनी गतिविधियों का ध्यान जम्मू क्षेत्र की ओर केंद्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जम्मू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की आतंकवादी साजिश सफल नहीं होगी।
घायल नागरिक ओम प्रकाश का यहां जीएमसी अस्पताल में सफल आर्थोपेडिक ऑपरेशन होने के बाद तथा दिवंगत कमलजीत शर्मा के परिवार के सदस्यों को संवेदना व्यक्त करने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सीमा पार से आतंकवाद के प्रायोजक यह समझने में विफल रहे हैं कि यदि वे इस क्षेत्र में लाभ की उम्मीद करते हैं तो वे कभी भी स्थानीय आबादी का जमीनी समर्थन प्राप्त नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हीरानगर सेक्टर सहित यह पूरा क्षेत्र, जहां यह घटना हुई है, ऐसे लोगों से भरा पड़ा है जो दिल से राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं और यह वर्तमान घटना के दौरान भी स्पष्ट था, जहां नागरिक सुरक्षा बलों के साथ खड़े थे और न केवल संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियों के बारे में निर्णायक जानकारी प्रदान की, बल्कि छिपे हुए आतंकवादियों को पकड़ने में सुरक्षा बलों की मदद भी की।
पंडित प्रेम नाथ डोगरा की भूमि होने के नाते, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने कई दशकों से हर रूप में राष्ट्र विरोधी ताकतों के खिलाफ संघर्ष किया है और इसलिए आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों को यह हमेशा के लिए समझ लेना चाहिए कि इस क्षेत्र में भारत विरोधी आतंकवाद के बीज बोने का दुस्साहस न केवल उन पर उल्टा पड़ेगा बल्कि उन्हें करारा सबक भी सिखाएगा।
आतंकवाद के प्रति प्रधानमंत्री श्री मोदी की शून्य सहनशीलता की नीति को सरकार के दृष्टिकोण का मूल मंत्र बताते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाएं इस बात का भी संकेत हैं कि आतंकवाद अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है और आतंकवादी खुद को अंतत: अकेला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के विपरीत, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दुनिया के सामने सही समय और सही जगह पर हमला करने की अपनी क्षमता साबित कर दी है, जो सर्जिकल स्ट्राइक और पिछले एक दशक में किए गए इसी तरह के अन्य निर्णायक सक्रिय अभियानों से स्पष्ट है और जिसने कश्मीर घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में योगदान दिया है।
नागरिक प्रशासन और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय की सराहना करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “सुरक्षा विशेषज्ञों से आज कुछ महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिन्हें संबंधित अधिकारियों के समक्ष रखा जाएगा और जो भविष्य में किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि के लिए निवारक के रूप में काम आ सकते हैं।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वीडीजी (ग्राम रक्षा समूह) को पुनर्जीवित करने और अधिक प्रभावी बनाने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि जहां भी आवश्यकता होगी, वहां सुरक्षा चौकियां भी स्थापित की जाएंगी।
अमरजीत शर्मा के शोक संतप्त परिवार से मिलने के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “परिवार को ऐसी घटनाओं के बाद सामान्य रूप से अपेक्षा से कहीं अधिक राहत, सहायता और मदद प्रदान की जाएगी।” इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वह, उनके समर्थक और भाजपा की पूरी टीम मृतक के परिवार के सदस्यों की देखभाल और उनके बच्चों की सुचारू शिक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेती है। उन्होंने कहा कि परिवार के प्रशिक्षित सदस्यों में से एक को नर्सिंग की नौकरी देने का प्रस्ताव रखा जा रहा है और इसी तरह अन्य सदस्यों की भी देखभाल की जाएगी।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने जीएमसी कठुआ के प्रशासन और चिकित्सा स्टाफ की भी सराहना की, जिन्होंने ओम प्रकाश के बाएं कंधे की हड्डी की समय पर और सफल आर्थोपेडिक सर्जरी की, जो अब पूरी तरह खतरे से बाहर है। (PIB)