गोपालगंज 16 अगस्त 2024। गोपालगंज में सरकारी स्कूल के शिक्षक के बेटे ने अपने अपहरण की खुद साजिश रच डाली और अपने दोस्त के साथ मिलकर उसने पापा से फिरौती में एक लाख रुपए की भी मांग कर डाली। पापा ने अपने बेटे की सकुशल बरामदगी को लेकर फिरौती मांगने वाले के खाते में 10 हजार रुपए भी तत्काल भेज दिए। हालांकि विजयीपुर पुलिस ने इस नाटकीय अपहरण कांड की गुत्थी 24 घंटे के अंदर सुलझा ली है। पूरा मामला विजयीपुर के जगदीशपुर गांव का है।
जानकारी के मुताबिक विजयपुर के मिडिल स्कूल सारुपाई के शिक्षक अशोक कुमार मांझी के बेटे का बीते 14 अगस्त को अपहरण कर लिया गया था। इसको लेकर पीड़ित पिता ने विजयपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित के पिता के मुताबिक वे विजयपुर के जगदीशपुर गांव के रहने वाले हैं और वे मिडिल स्कूल सरूपाई में शिक्षक के पद पर तैनात है।
आवेदन में उन्होंने बताया कि 14 अगस्त को जब वे घर पहुंचे तो घर पर उनका बेटा नहीं था। बेटे का नाम हेमंत कुमार मांझी है वह स्कूल से घर तो चला था लेकिन घर पहुंच नहीं पाया था। इसके बाद पिता के मोबाइल पर एक कॉल आता है। उस कॉल में बताया गया कि उनके बेटे हेमंत कुमार मांझी का अपहरण कर लिया गया है। फिरौती के तौर पर एक लाख की डिमांड भी की गई।
अपहर्ताओं ने एक खाता नंबर भी भेजा जिसमें अपहृत के पिता ने 10 हजार रुपए भी ट्रांसफर कर दिए थे हालाकि अपहरण की सूचना मिलते ही गोपालगंज एसपी के द्वारा एसआईटी का गठन किया गया.
एसआईटी ने 24 घंटे के अंदर अपहृत हेमंत कुमार मांझी और उसके दोस्त राजन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.यह गिरफ्तारी यूपी के देवरिया से हुई है.
एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि अपहृत हेमंत कुमार मांझी के द्वारा खुद के अपहरण की साजिश रची गई थी. वह अपने पापा से पैसे की डिमांड कर रहा था.इसके लिए उसने खुद के अपहरण की साजिश रची और एक लाख की डिमांड की.एसडीपीओ ने बताया की अपहरण की झूठी साजिश में हेमंत के साथ उसका दोस्त राजन कुमार भी सहयोगी था.
इस मामले में पुलिस ने दो मोबाइल फोन और जिस सिम कार्ड से फिरौती की मांग की गई थी. उसे भी बरामद किया गया है.