बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सदन से सड़क तक लड़ेंगे डॉक्टर अखिलेश प्रसाद सिंह। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश ने की बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की लड़ाई का ऐलान। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस: डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह।
संसद के मानसून सत्र में बजट पर अपने भाषण में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रदेश को स्पेशल स्टेटस का दर्जा देने की माँग की और उन्होंने सदन से ये घोषणा कि है वें लगातार आगे भी बिहार के विशेष राज्य के दर्जा और विशेष पैकेज के लिए लड़ाई सदन से लेकर सड़क तक लड़ते रहेंगे। संसद में बजट पर चर्चा के दौरान दिए अपने भाषण में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को अगर ये लगता है कि बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा देने के लिए संवैधानिक प्रावधानों में परिवर्तन की आवश्यकता है तो वह प्रावधान में परिवर्तन करें और बिहार के साथ न्याय करें। उन्होंने साथ ही कहा कि बिहार सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के विकास के लिए कांग्रेस पार्टी लड़ाई लड़ेगी और प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैं बिहार के लिए सड़कों पर भी लड़ाई लड़ने की घोषणा करता हूँ। बिहार के आर्थिक पिछड़ेपन और फिसड्डी राज्य के टांगों से छुटकारा दिलाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के पास अच्छा मौका था लेकिन बिहार को पिछड़ेपन का दंश झेलने के लिए ये लगातार मजबूर करने की नीति के तहत ये राजनीतिक हरकत की जा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र की एनडीए सरकार को आगाह किया कि बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए विशेष पैकेज नैसर्गिक रूप से जरूरत है लेकिन राज्य के मुखिया नीतीश कुमार सत्ता लोभ में भाजपा के हाथों की कठपुतली बनकर राज्य के विकास को अवरूद्ध कर रहे हैं। बताते चले कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा को विशेष राज्य का दर्जा संबंधी सवाल पर घेरते आएं हैं। सरकार के बनने के बाद यह सदन से उनकी पहली हुंकार थी जिसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह लगातार फ्रंट फुट पर आकर राज्य के बेहतरी के लिए सांगठनिक मजबूती के साथ कई मुद्दों पर लड़ाई लड़ते रहें हैं।
ये बिहार की आवाज़ है और हमनें इसे सदन में उठाया है। केंद्र अगर इस आवाज़ को अनसुना करेगा तो हम इसे सड़क तक ले कर जायेंगे। बिहार के हर ज़िले, हर प्रखंड में आंदोलन होगा और तब तक होगा जब तक बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा ना मिल जाए।