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12वें शिक्षक सम्मान समारोह में सेंट माइकल हाई स्कूल को बेस्ट स्कूल ऑफ द ईयर 2024 के पुरुस्कार से किया गया सम्मानित

राजस्व एवम भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा के शिक्षा विभाग के द्वारा अब इंस्पेक्टर राज नही चलेगा। प्राइवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के 12वें शिक्षक सम्मान समारोह में बिहार के 38 जिलों के 3000 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सेंट माइकल हाई स्कूल को बेस्ट स्कूल ऑफ द ईयर 2024 के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। प्राइवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित 12वां शिक्षक सम्मान समारोह 08 सितंबर, 2024 को पटना के ऐतिहासिक रवीन्द्र भवन के सभागार में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद की विशिष्ट अध्यक्षता में भव्य रूप से आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन दिलीप कुमार जायसवाल मंत्री राजस्व और भूमि सुधार, मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट तारिक अनवर, मनोज कुमार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, आई पी एस ऑफिसर विकास वैभव, सेंट माइकल हाई स्कूल के प्रिंसिपल फादर क्रिस्टू, एवं संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर सेंट माइकल हाई स्कूल को एसोसिएशन की ओर से वर्ष 2024 के सर्वश्रेष्ठ स्कूल के अवार्ड से मुख्य अतिथिओ के हाथो सम्मानित किया गया, जिसे सेंट माइकल हाई स्कूल के प्रिंसिपल फादर क्रिस्टू के हाथो में सौंपा गया।

इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में बिहार के 38 जिलों के 3000 शिक्षकों को शिक्षा और समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का जश्न मनाने वाला यह कार्यक्रम राज्य भर के शिक्षकों के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण था। इसने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से बिहार के भविष्य को आकार देने में उनके अथक प्रयासों को स्वीकार करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

मंत्री राजस्व और भूमि सुधार दिलीप कुमार जायसवाल ने अपने भाषण में सभा में उपस्थित बिहार के कोने कोने से आए हुए 3000 शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए कहा के निजी विद्यालयों के उत्कृष्ट कार्य बिलकुल नही भुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा की निजी विद्यालयों की जो भी समस्या है उसे दूर किया जाएगा और शिक्षक विभार के पदाधिकारियों का इंस्पेक्टर राज नही चलेगा आज जो बिहार की शिक्षा है वो निजी विद्यालयों केवकरण है RTE का रुपया सरकार को अविलंब देना ही होगा यदि रुपया नहीं दे सकते तो ऐसा कानून क्यों बनाते है। ऐसा बिल्कुल नही चलेगा। उन्होंने कहा प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने बिहार के निजी विद्यालयों का एक मजबूत संगठन बनाया है जो सराहनीय है और इनके माध्यम से विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है जो सराहनीय है।

कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट तारिक अनवर ने कहा के देश के कल्याण में शिक्षा का महत्वपुर योगदान है और देश को प्रगति की ओर अग्रसर करने में निजी विद्यालयों का परिश्रम, त्याग, और बलिदान मुख्य है। उन्होंने एसोसिएशन के अंतर्गत कार्य कर रहे सभी निजी विद्यालयों के संचालकों को उत्कर्ष कार्य करने हेतु बधाई दी। राष्ट्रीय अध्यक्ष, सैयद शमायल अहमद ने शिक्षक समुदाय के लिए अनुग्रह और प्रशंसा के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता की। अपने संबोधन में, उन्होंने युवा दिमाग को पोषित करने और भविष्य के नेताओं को ढालने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “शिक्षक ज्ञान और मूल्यों के पथप्रदर्शक होते हैं। शिक्षा प्रदान करने के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता समाज में प्रगति की आधारशिला है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के आई पी एस ऑफिसर विकास वैभव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा के प्रतिवर्ष इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों को शिक्षा जगत में किए गए उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सराहने एवं सम्मानित करने के लिए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद को बहुत-बहुत बधाई दी एवं उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की।

कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि आई पी एस ऑफिसर शफीउल हक़ ने अपनी बातें रखते हुए निजी विद्यालयों द्वारा शिक्षा जगत में दिए गए योगदान की प्रशंसा की एवं कहा कि आज हिंदुस्तान में उन्नति एवं शिष्टाचार यदि है तो सिर्फ निजी विद्यालय की वजह से है उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय के अंतर्गत जो पढ़ाई और शिष्टाचार बच्चों को दिया जाता है उसका कोई मुकाबला नहीं और इस प्रकार से निजी विद्यालय में पढ़ाई कराने वाले मेहनत एवं लगन से बच्चों को सींचने और संवारने वाले शिक्षकगणों का मैं कोटि-कोटि आभार प्रकट करता हूं इन नगीनों को परखने वाले जोहरी और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद का जिन्होंने इन महान गुरुजनों को सराहने का काम किया है। मनोज कुमार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट ने सभा को संबोधित करते हुए निजी विद्यालयों की प्रशंसा की एवं उनके द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले उत्कृष्ट शिक्षा पर भी चर्चा करते हुए निजी विद्यालयों की परेशानियों का निदान करने हेतु सहयोग करने की भी बात कही।

12वें शिक्षक सम्मान समारोह में बिहार के 38 जिलों के 3000 शिक्षकों की उपस्थिति हुई, जिन्हें उनके असाधारण योगदान के लिए मान्यता और सम्मानित किया गया। प्रत्येक शिक्षक को प्रशंसा का टोकन प्रस्तुत किया गया, जो निजी स्कूलों और बच्चों के कल्याण संघ के गहरे सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है। यह आयोजन एक शानदार सफलता थी, जिसमें विभिन्न पृष्ठभूमि, स्कूलों और जिलों के शिक्षकों को एकजुट किया गया था, सभी बिहार के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए एक आम प्रतिबद्धता साझा कर रहे थे। यह उनके जुनून, समर्पण और अटूट भावना का उत्सव था। प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन सभी प्रायोजकों, समर्थकों और उपस्थित लोगों की हार्दिक सराहना करता है जिन्होंने इस कार्यक्रम को एक शानदार सफलता बनाई। बिहार में शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अमूल्य है।

बिहार के 38 जिला के जिला अध्यक्षों समेत 3000 डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल मौजूद रहे जिनमें मुख्य रूप से एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फॉदर पीटर, संयुक्त सचिव डॉ एस पी वर्मा, तमिल नाडु के अध्यक्ष बिलाल नत्तर, झारखंड के सचिव तौसीफ हुसैन, कोडरमा अध्यक्ष डॉ बी एन पी बर्नवाल, चतरा के अध्यक्ष प्रदीप कुमार, झारखंड के संयुक्त सचिव मुमताज आलम, कोडरमा जिला महासचिव आरीफ अंसारी, मीडिया प्रभारी दीपक कुमार, कोषाध्यक्ष दीपक कुशवाहा, अल्बर्ट नीवॉल, किंग्सटन के प्रेसिडेंट टीपम भट्टाचार्जी, राखी गांगुली, भूटानी ग्रुप के अहमर जावेद, ट्रेस्मा के निदेशक इम्तियाज अहमद, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवानंद झा, डॉ उमेश प्रसाद, इफत रहमान, कन्हैया प्रसाद, आदि शिक्षाविद मौजूद रहे। एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यालय सचिव फौजिया खान ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया एवम कार्यक्रम को संचालित किया।

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