छपरा 07 मई 2025: सारण जिले में मई 2025 का महीना अपराधियों के लिए भारी पड़ा है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सारण पुलिस ने विभिन्न गंभीर आपराधिक मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए कुल 460 कांडों में 601 अभियुक्तों को सजा दिलाई है। इनमें हत्या, महिला उत्पीड़न, एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस), मद्यनिषेध, चोरी और मारपीट जैसे संगीन अपराध शामिल हैं।
सारण पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय में साक्षियों के समय पर साक्ष्य प्रस्तुत करने के परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण मामलों में अपराधियों को कठोर दंड मिला है।
प्रमुख मामलों में मिली सजाएं:
हत्या: गरखा थाना कांड संख्या 313/21 में दो अभियुक्तों (रानू रावत और विश्वकर्मा रावत) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
महिला उत्पीड़न: मांझी थाना कांड संख्या 37/02 में करीमुद्दीन खाँ को तथा दाउदपुर थाना कांड संख्या 171/16 में मो. अली को 10-10 वर्ष का सश्रम कारावास और 1000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
एनडीपीएस: डोरीगंज थाना कांड संख्या 150/21 में राजेंद्र राय और गुड्डू राय को 3 वर्ष 10 माह 18 दिन का सश्रम कारावास और 10,000-10,000 रुपये का अर्थदंड दिया गया।
मद्यनिषेध: रसूलपुर थाना कांड संख्या 78/22 में परमात्मा मांझी और रविशंकर मांझी को 5-5 वर्ष का सश्रम कारावास और 1-1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
चोरी: छपरा रेल थाना कांड संख्या 238/22 में पिंटु यादव को 2 वर्ष 8 माह 1 दिन का सश्रम कारावास और 1200 रुपये का जुर्माना दिया गया।
मारपीट:
मशरख थाना कांड संख्या 106/09 में 6 अभियुक्तों (रघुनाथ महतो, भोला महतो, रमेश महतो, सुग्रीव महतो, नागेश्वर महतो, श्री राम महतो) को 5-5 वर्ष का सश्रम कारावास मिला।
अमनौर थाना कांड संख्या 74/98 में टुनटुन प्रसाद को 5 वर्ष का सश्रम कारावास मिला।
दाउदपुर थाना कांड संख्या 146/02 में जतन राम को 3 वर्ष का सश्रम कारावास मिला।
गरखा थाना कांड संख्या 32/10 में मिथलेश सिंह को 2 वर्ष का सश्रम कारावास मिला।
उपरोक्त गंभीर मामलों के अतिरिक्त, मद्यनिषेध से संबंधित 450 अन्य कांडों और जेजेबी (किशोर न्याय बोर्ड) न्यायालय से संबंधित मामलों में कुल 583 अभियुक्तों को आर्थिक दंड और 3 माह, 4 माह, 6 माह इत्यादि की कारावास की सजा सुनाई गई।
पुलिस की प्रतिबद्धता:
सारण पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि वे आगे भी गंभीर कांडों के मामलों में त्वरित विचारण सुनिश्चित करने और अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। यह अभियान अपराधियों पर नकेल कसने और जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।