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ठंड की मार से बच्चों की हिफ़ाज़त: डीएम का मानवीय फैसला, कक्षा 10 तक के स्कूल 21 दिसंबर तक बंद

छपरा 18 दिसम्बर 2025। सिहरन भरी ठंड और हड्डियाँ कंपा देने वाली शीतलहर के बीच जिले के नन्हे–मुन्ने बच्चों की सेहत को लेकर जिला प्रशासन ने संवेदनशील और सराहनीय कदम उठाया है। लगातार गिरते तापमान और ठंड से बच्चों के बीमार पड़ने की आशंका को देखते हुए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने कक्षा 10 तक के सभी स्कूलों को 21 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है।

जिलाधिकारी ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता–2023 की धारा 163 के तहत यह आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया कि सरकारी व निजी विद्यालयों के साथ–साथ आंगनबाड़ी केंद्रों में भी कक्षा 10 तक की शैक्षणिक गतिविधियाँ अस्थायी रूप से स्थगित रहेंगी। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, ताकि ठंड की मार से उन्हें बचाया जा सके।

हालांकि, बोर्ड परीक्षाओं और मिशन दक्षता से जुड़ी आवश्यक गतिविधियों को इस आदेश से अलग रखा गया है। वहीं कक्षा 10 से ऊपर की पढ़ाई अब सुबह 10 बजे से दोपहर 4:30 बजे तक ही संचालित होगी, ताकि ठंड के सबसे खतरनाक समय में छात्रों को घर से बाहर न निकलना पड़े।

बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्र केवल दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक ही खुलेंगे, जिससे बच्चों को सुरक्षित समय पर गर्म, पका हुआ भोजन मिल सके।

जिला प्रशासन ने सभी स्कूल प्रबंधन से इस आदेश का सख्ती से पालन करने की अपील की है। यह आदेश 18 दिसंबर 2025 से प्रभावी है और इसकी जानकारी संबंधित सभी विभागों व अधिकारियों को दे दी गई है।

कड़ाके की ठंड के इस दौर में जिला प्रशासन का यह फैसला न सिर्फ प्रशासनिक जिम्मेदारी, बल्कि बच्चों के प्रति मानवीय संवेदना का भी स्पष्ट संदेश देता है।

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