लखीसराय, 28 जुलाई 2025: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज लखीसराय में अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान, उन्होंने लोजपा नेता चिराग पासवान के बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर दिए गए बयान को लेकर उन पर जमकर निशाना साधा। किशोर ने कहा कि अगर चिराग पासवान को बिहार में बढ़ते अपराध की इतनी चिंता है, तो उन्हें सबसे पहले NDA से अलग हो जाना चाहिए।
सूर्यगढ़ा में जनसभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने चिराग पासवान के इस बयान पर कि “मुझे दुख है, मैं इस सरकार का हिस्सा हूं,” कटाक्ष करते हुए कहा, “जो भी बिहार की चिंता करता है, वह बढ़ते अपराध-भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं कर सकता है। यह जनता का दबाव है कि NDA के सहयोगी दलों को भी आवाज उठानी पड़ रही है। लेकिन चिराग जी को अगर लगता है कि बिहार की कानून व्यवस्था ठीक नहीं है, तो उन्हें NDA सरकार से अलग हो जाना चाहिए। बिहार की जनता की आवाज बनना चाहिए और उनकी लड़ाई लड़नी चाहिए। यह सही नहीं है कि NDA में रहें भी और उसकी शिकायत भी करें।”
तेज प्रताप यादव के पीले झंडे पर प्रशांत किशोर ने ली चुटकी
वहीं, पूर्व राजद नेता तेज प्रताप यादव के पीले रंग की टोपी पहनने को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रशांत किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा, “जो भी पीली टोपी पहन ले, वह जन सुराज में ही आ जाए, यह जरूरी नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “यह बात तेज प्रताप जी से पूछनी चाहिए कि वह कब हरा पहनेंगे, कब पीला पहनेंगे। जन सुराज का रंग पीला है। अब जिसको भी पीले रंग में रंगना है, रंग जाए।”
प्रशांत किशोर का जनता से आह्वान: लालू, नीतीश, मोदी के लिए नहीं, बिहार में बदलाव के लिए करें मतदान
इससे पहले सूर्यगढ़ा बाजार के पब्लिक हाई स्कूल मैदान में हुई जनसभा में प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से इस बार नेताओं का चेहरा देखकर नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को देखकर वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा, “इस बार अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट कीजिए। इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद सूर्यगढ़ा के या लखीसराय के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। लखीसराय के ही नहीं, बिहार भर के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं 10-12 हजार रुपये का रोजगार दे दिया जाएगा।”
प्रशांत किशोर ने जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। उन्होंने साफ तौर पर कहा, “चाहे लालू हों, नीतीश हों या मोदी हों, इस बार नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। इस बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। इस बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।”