प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 45 घंटे की साधना में लीन हो गए हैं। वे कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में साधना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भगवती अम्मन मंदिर में पूजा अर्चना की और नाव से रॉक मेमोरियल पहुंचे। वहां उन्होंने पूजा अर्चना की और गर्भ गृह की परिक्रमा करने के बाद ध्यान मंडपम में ध्यान लगाना शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे साधना करेंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तीन लेयर में करीब तीन हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर वहां अन्य पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी लेकिन प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद अब एक बार फिर से आम पर्यटकों के लिए अनुमति दे दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी एक जून तक साधना में रहेंगे और साधना पूरी होने के बाद वे तमिल संत तिरुवल्लुर की ऊंची प्रतिमा देखने जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आध्यात्मिक दौरा होने की वजह से भाजपा नेताओं को उनके साथ जाने के लिए अनुमति नहीं दी गई है।
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री जिस जगह ध्यान कर रहे हैं वहां वर्ष 1892 में विवेकानंद ने भी वहां ध्यान किया था। विवेकानंद के शिष्यों का मानना था कि पूरा विश्व घूमने के बाद उन्हें अपना दर्शन यहीं पर हुआ। वर्ष 1963 में स्वामी विवेकानंद की जन्म शताब्दी के अवसर पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल कमिटी ने इस मेमोरियल का निर्माण करवाया था जिसका उद्घाटन वर्ष 1970 में तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरी ने किया था।