छपरा/पटना 12 सितम्बर। बिहार विधान परिषद की सारण स्नातक निर्वाचन सीट से लगातार दूसरी बार निर्वाचित प्रो0 (डॉ0) वीरेन्द्र नारायण यादव को छात्र जनता दल (यू) का प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। इस ख़बर के आम होते ही क्षेत्र की जनता, समर्थकों, शुभेच्छाओं, बुद्धिजीवियों और जदयू सहित विभिन्न राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं में ग़ज़ब का उत्साह देखा जा रहा है और सोशल मीडिया पर देश भर से बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
बताते चलें कि मूल रुप से सीवान के मैरवा निवासी प्रो0 वीरेन्द्र नारायण यादव देश के जाने माने शिक्षाविद और जुझारु शिक्षक नेता के रूप में ख्यात् हैं। जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के प्राध्यापक, विभागाध्यक्ष स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग से लेकर अध्यक्ष छात्र कल्याण, सीनेट सदस्य से लेकर कई आकादमिक पदों को सुशोभित कर चुके प्रो० वीरेन्द्र नारायण यादव देश के कई विश्वविद्यालयों के अकादमिक काऊंसिल के मानद सदस्य हैं।
इन्होंने विधान परिषद की इस सीट पर छत्तीस सालों से अजेय बने प्रतिद्वंद्वी को परास्त कर राजनीति में जबरदस्त छलांग लगाई और पूरे प्रदेश की राजनीति को अचंभे में डाल दिया जिसे बरकरार रखते हुए लगातार दूसरी बार फिर उसी प्रतिद्वंद्वी को भारी मतों से परास्त किया।
छात्र जदयू का मुझे छात्र जदयू का प्रभारी बनाए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एम एल सी प्रो० वीरेन्द्र नारायण यादव ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए बिहार के विकास पुरुष एवं यशस्वी मुख्यमंत्री सह राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा , प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के प्रति हार्दिक आभार एवं धन्यवाद दिया है। साथ ही उन्होंने नए छात्र प्रदेश अध्यक्ष राधे श्याम और सभी नवनिर्वाचित अध्यक्षों और प्रभारियों को भी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैंl
प्रो० वीरेन्द्र नारायण यादव के पास बतौर शिक्षक, विभागाध्यक्ष और अध्यक्ष छात्र कल्याण के रुप में छात्रों के साथ काम करने का खासा अनुभव और कौशल है जिसका लाभ छात्र जद (यू) को भरपूर मिलेगा।
आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय को हार्दिक धन्यवाद!
वैसे एक निजी सन्देश मुख्यमंत्री महोदय को देना चाहता हूॅं कि विधानपार्षद डा• वीरेन्द्र की कर्मठता ,सबको साधने की कला के साथ ३५ वर्षों तक छात्रों एवं शिक्षकों के बीच इनकी लोकप्रियता का लाभ आगामी विधानसभा आम चुनाव के पहले बिहार के शिक्षामंत्री का पद सौंपा जाना चाहिए ताकि शिक्षा के क्षेत्र में आई गिरावट को उपर उठाया जा सके।अबतक शिक्षा क्षेत्र के बारे में बहुत कम अनुभव एवं जानकारी रखने वाले व्यक्तियों को शिक्षामंत्री का पद आपने सौंपा है , एक बार इन्हें आजमा कर तो देखिए , वैसे आज आपने जो सीढ़ी इन्हें प्रदान की है उसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!