पटना में शुक्रवार को एक दिलचस्प नज़ारा देखने को मिला। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार, सीएम के बेहद करीबी और पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा के साथ पटना एयरपोर्ट पर अचानक मीडिया के कैमरों की फ्लैश के बीच नजर आए—और फिर शुरू हो गई बिहार की सियासत में नई सुगबुगाहट!
मीडिया से बात करते हुए निशांत कुमार पूरे आत्मविश्वास में दिखे। उन्होंने कहा, “पहले भी 20 लाख रोजगार का वादा किया था, 50 लाख दिया। इस बार पिताजी ने 1 करोड़ रोजगार का वादा किया है, और वह जरूर पूरा होगा।”
साथ ही उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि नीतीश कुमार के कामों पर भरोसा करते हुए लोगों ने फिर आशीर्वाद दिया है और बिहार उनके नेतृत्व में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
लेकिन सियासी तड़का तब लगा जब संजय झा ने खुलकर बयान दे दिया— “पार्टी के सभी नेता-कार्यकर्ता चाहते हैं कि निशांत अब राजनीति में आएं और पार्टी की कमान संभालें। फैसला इन्हें ही करना है कि किस दिन से शुरुआत करेंगे।”
बस फिर क्या था… बिहार की राजनीति में एक बार फिर चर्चा तेज— क्या नीतीश कुमार की राजनीतिक विरासत के वारिस अब आधिकारिक तौर पर मैदान में उतरने वाले हैं?
2024 लोकसभा चुनाव से ही निशांत कुमार के राजनीति में आने की चर्चा गर्म है। कई नेता—चाहे पार्टी के हों या विपक्ष के—पहले ही सार्वजनिक रूप से उनका स्वागत करने की बात कह चुके हैं।
अब संजय झा के इस ‘स्पष्ट संकेत’ के बाद लग रहा है कि इंतज़ार ज्यादा लंबा नहीं।
बस तारीख का ऐलान बाकी है… और बिहार की सियासत में ‘निशांत युग’ की आधिकारिक शुरुआत कभी भी हो सकती है!



