छपरा 24 अगस्त 2024। इप्टा, छपरा के कलाकारों ने आज रविवार को नगरपालिका चौक, थाना चौक और छपरा कचहरी स्टेशन पर “आग़ाज़: जनगीतों की रंगभूमि प्रस्तुति” के माध्यम से “लोक रंग उत्सव 2024” में छपरा वासियों को नाटक देखने का न्यौता दिया। इप्टा द्वारा कविवर कन्हैया जन्मशती वर्ष पर इप्टा के 81वें स्थापना साल के उपलक्ष्य पर 01 सितम्बर को शाम 6 बजे से शहर के गर्ल्स स्कूल परिसर स्थित भिखारी ठाकुर प्रेक्षागृह में “लोक रंग उत्सव 2024” का आयोजन किया गया है। जिसकी शुरुआत आज रविवार को गायन मंडली ने “आग़ाज़: जनगीतों की रंगभूमि प्रस्तुति” से किया।
आज रंजीत गिरि, रंजीत भोजपुरिया, जीतेन्द्र कुमार राम, विनय कुमार, जय प्रकाश माँझी, मान, युवराज किशन ने कविवर कन्हैया की क्रांतिकारी ग़ज़ल “फिर नये संघर्ष का न्यौता मिला”, “कहब त लाग जाई धक से”, ” जनता के आवेला पलटनिया”, “केकरा नाम बताऊं इस जग में बड़ा लूटेरवा हो”, ” परदेशी ये बात ना पूछो कैसे हम आजाद हुए हैं “, “मन सपना के महल बनावे” आदि गीतों की प्रस्तुति की। मौके पर अध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ त्रिपाठी और सचिव अमित रंजन ने जन संवाद कायम किया।
1 सितम्बर को भिखारी ठाकुर प्रेक्षागृह में शाम 6 बजे से आयोजित “लोक रंग उत्सव 2024” का मुख्य आकर्षण इप्टा की नवीनतम नाट्य प्रस्तुति “नौटंकी ऊर्फ कमलनाथ मजदूर” है जो छपरा के रंगकर्म में मील का पत्थर साबित होगी। विशुद्ध नौटंकी और विदेशिया शैली के सम्मिश्रण से नौटंकी ऊर्फ कमलनाथ मजदूर को डिजाईन किया गया है। करीब 34 वर्ष पूर्व बिहार के वरिष्ठ रंगकर्मी फिल्मकार बिपिन बिहारी श्रीवास्तव लिखित और निर्देशित नाटक कीमूल समस्या बिहारी मजदूरों का रोटी रोजगार के लिए पलायन है जिसमें गाँव से लेकर परदेश तक उनका शोषण है।

सचिव ने बताया कि ‘नौटंकी ऊर्फ कमलनाथ मजदूर’ के लेखक निर्देशक बिपिन बिहारी श्रीवास्तव हैं जबकि संगीत कंचन बाला, नृत्य कुमारी अनिशा और रंग परिकल्पना डॉ० अमित रंजन की है।
इस मौके पर बिपिन बिहारी श्रीवास्तव, सुरेन्द्रनाथ त्रिपाठी, डॉ० अमित रंजन, प्रमोद सिंह टुन्ना, सुरेश कुमार सिंह, शैलेन्द्र कुमार शाही, विनय कुमार, रंजीत गिरि, रंजीत भोजपुरिया, अमितेश, जय प्रकाश माँझी, जीतेन्द्र कुमार राम, आयुष कुमार मान, अनिल कुमार आदि उपस्थित रहे।