प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नयी वंदे भारत ट्रेन सेवाएं क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को और अधिक बढ़ाने में मदद करेंगी, जिससे पूरे देश में आर्थिक विकास और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश में मेरठ -लखनऊ, तमिलनाडु में चेन्नई-नागरकोइल और तमिलनाडु के मदुरै-बेंगलुरु (कर्नाटक) तक तीन नयी वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
वर्तमान में, इन तीन नयी वंदे भारत सहित लगभग 105 ट्रेनें चालू हैं जो देश भर के 280 से अधिक जिलों को जोड़ती हैं। पहली वंदे भारत ट्रेन ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत 15 फरवरी, 2019 को शुरू की गई थी। सुरक्षा की दृष्टि से, स्वदेश निर्मित वंदे भारत ट्रेनें ‘कवच’ तकनीक, सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन टॉक-बैक इकाइयां, इंटरलॉक दरवाजे, वाहन नियंत्रण कंप्यूटर प्रणाली, इलेक्ट्रो-न्यूमेटिक ब्रेक सिस्टम, 360 डिग्री सेल्सियस तक घूमने वाली कुर्सियाँ, दिव्यांगजनों के अनुकूल शौचालय और एकीकृत ब्रेल साइनेज सहित वंदे भारत ट्रेन उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें उन्नत एयर कंडीशनिंग के कारण ऊर्जा खपत में 15 प्रतिशत की कमी होती है। इसके अलावा, यात्रियों के लिए गुणवत्ता का ध्यान रखा गया है और एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री तक घूमने वाली सीटें, मनोरम दृश्यों के लिए खिड़कियां, जीपीएस-आधारित यात्री जानकारी, एलईडी लाइटिंग और बायो-वैक्यूम शौचालय सहित शानदार सुविधाएं हैं।
ये तीन नई वंदे भारत ट्रेनें क्षेत्र के लोगों को गति और आसानी के साथ यात्रा करने के लिए विश्व स्तरीय साधन प्रदान करेंगी और तीन राज्यों, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक को सेवा प्रदान करेंगी। चेन्नई एग्मोर – नागरकोइल वंदे भारत, नागरकोइल को चेन्नई से जोड़ने वाला पहला वंदे भारत है। यह ट्रेन तमिलनाडु राज्य में 726 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और तमिलनाडु के 12 जिलों कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, विरुधुनगर, मदुरै, डिंडीगुल, त्रिची, पेरम्बलुर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, चेन्नई के लोगों को आधुनिक और तेज़ ट्रेन यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। इसके अलावा, यह ट्रेन सेवा तीर्थयात्रियों को दिव्य अरुलमिगु मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै और कुमारी अम्मन मंदिर, कन्याकुमारी की यात्रा करने में सुविधा प्रदान करेगी। ट्रेन आठ घंटे में 726.06 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जो चेन्नई, तिरुचिरापल्ली, मदुरै-नागरकोइल कॉरिडोर में यह सबसे तेज सेवा है, जिससे मौजूदा तेज ट्रेनों की तुलना में लगभग दो घंटे की बचत होगी।
मोदी ने यह भी कहा कि भारतीय रेल गरीबों और मध्यम वर्ग सहित सभी के लिए सुखद यात्रा की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह अपनी मेहनत से दशकों पुरानी समस्याओं से निजात पाने में कामयाब हो रही है। मोदी ने इस अवसर पर चेन्नई, मदुरै और मेरठ के रेलवे स्टेशनों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर से दक्षिण तक, देश की विकास यात्रा में एक और अध्याय जुड़ रहा है। आज से मदुरै-बेंगलुरु, चेन्नई नागरकोइल और मेरठ -लखनऊ के बीच वंदे भारत ट्रेनों की सेवा शुरू हो रही है। उन्होंने कहा, “वंदे भारत ट्रेनों का ये विस्तार, ये आधुनिकता, ये रफ्तार… हमारा देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर कदम दर कदम बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिण के राज्यों का तेज विकास बहुत जरूरी है। दक्षिण भारत में अपार प्रतिभा है, अपार संसाधन और अवसर हैं। इसलिए तमिलनाडु और कर्नाटक समेत पूरे दक्षिण का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में इन राज्यों में रेलवे की विकास यात्रा इसका उदाहरण है। इस साल के बजट में हमने तमिलनाडु को छह हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रेलवे बजट दिया है। ये बजट 2014 की तुलना में सात गुना से अधिक है। इसी तरह कर्नाटक के लिए भी इस बार सात हजार करोड़ से ज्यादा का बजट आवंटित हुआ है। ये बजट भी 2014 की तुलना में नौ गुना अधिक है। मोदी ने कहा कि वंदे भारत आधुनिक होती भारतीय रेलवे का नया चेहरा है। आज शहर में, हर रूट पर वंदे भारत की मांग है। हाई-स्पीड ट्रेनों के आने से लोगों में अपने व्यापार और रोजगार को, अपने सपनों को विस्तार देने का भरोसा जगता है। आज देशभर में 102 वंदे भारत रेलवे सेवाएं संचालित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई तीन वंदे भारत ट्रेनें देश के महत्वपूर्ण शहरों और ऐतिहासिक स्थानों को जोड़ने वाली हैं। मंदिरों का शहर मदुरै अब सीधे आईटी सिटी बेंगलुरु से जुड़ जाएगा। इससे तीर्थयात्रियों और कर्मचारियों दोनों को लाभ होता है। इसी तरह, चेन्नई से नागरकोइल वंदे भारत कनेक्टिविटी से छात्रों, किसानों और कामकाजी पेशेवरों को लाभ होगा। आज मेरठ-लखनऊ रूट पर वंदे भारत ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश और खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को भी खुशखबरी मिली है। मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्रांति की धरती है। आज यह क्षेत्र विकास के नई क्रांति का साक्षी बन रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल का आधुनिक बुनियादी ढांचा विकसित भारत के विजन का एक मजबूत स्तंभ है। रेलवे लाइनों का दोहरीकरण हो, विद्युतीकरण हो, नई ट्रेनों को चलाना हो, नए मार्गों का निर्माण हो, इन सभी पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ सके हैं। बीते वर्षों में रेलवे ने अपनी मेहनत से दशकों पुरानी समस्याओं के समाधान की उम्मीद जगाई है। लेकिन हमें अभी इस दिशा में बहुत लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा, “हम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक भारतीय रेल गरीब, मध्यम वर्ग सभी के लिए सुखद यात्रा की गारंटी नहीं बन जाती।”
रेल अधिकारियों के मुताबिक मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत से दोनों शहरों के बीच मौजूदा यात्रा अवधि में लगभग एक घंटा, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से दो घंटे और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत से यात्रा समय में डेढ़ घंटे की बचत होगी।