जन सुराज के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज भारती ने कैमूर जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रामगढ़ विधानसभा से सुशील सिंह कुशवाहा के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कल घोषित सभी पांच प्रत्याशियों से आम सहमति बनने के बाद ही सुशील सिंह कुशवाहा का नाम तय किया गया है। मनोज भारती ने जन सुराज प्रत्याशी का परिचय देते हुए कहा कि सुशील सिंह कुशवाहा रामगढ़ में एक स्वच्छ छवि और जमीन से जुड़े समाजसेवी के रूप में जाने जाते हैं।
उन्होंने बताया कि सुशील सिंह कुशवाहा ने बसपा के संस्थापक और दलित समाज के सबसे बड़े नेता स्वर्गीय कांशीराम के साथ करीब 30 वर्षों तक काम किया है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है और खासकर के दलित समाज के लोगों को आगे बढ़ाने और उन्हें उनका उचित हक दिलाने के लिए कई वर्षों से काम कर रहे हैं।
उप- चुनाव जीतने पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की तर्ज पर कैमूर में भी विश्वविद्यालय बनवाऊंगा- सुशील सिंह कुशवाहा
रामगढ़ से जन सुराज के प्रत्याशी सुशील सिंह कुशवाहा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे हमेशा से सभी समुदाय के लोगों का समर्थन मिला है। मैं रामगढ़ में रहूं या पटना में या दिल्ली में, मैं हमेशा अपनी मिट्टी से जुड़ा रहता हूं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज बिहार और रामगढ़ में समाज का एक बड़ा तबका मानव जीवन की पांच बुनियादी जरूरतों- शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, कपड़ा और मकान से वंचित है। अगर जनता उन्हें मौका देती है तो वह लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने रामगढ़ की जनता से यह भी कहा कि कैमूर में विश्वविद्यालय की स्थापना करना उनका सपना है। उन्होंने बताया कि करीब 50 साल पहले रामगढ़ में जेपी कॉलेज और भभुआ में पटेल कॉलेज की शुरुआत हुई थी। लेकिन उसके बाद सरकार की ओर से रामगढ़ में कोई कॉलेज की स्थापना नहीं की गई। इसलिए वह रामगढ़ की जनता से इस बार उनका समर्थन करने की अपील करते हैं।
अंत में कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज भारती ने यह भी दावा किया कि जनता भाई-भतीजावाद और बाहुबल से तंग आ चुकी है। अब तक उनके पास कोई बेहतर विकल्प नहीं था लेकिन इस बार चारों सीटों पर जन सुराज के रूप में उनके पास बेहतर विकल्प है। इसीलिए हमें जनता का भारी समर्थन मिल रहा है और आगामी उप-चुनाव में जन सुराज चारों सीटों पर जीत हासिल करेगा।