आज सीपीएस कल्याणपुर के प्रांगण में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सारण के सौजन्य से ट्रांसजेंडर समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने, न्यायिक जागरूकता बढ़ाने और पुलिस प्रशासन की सुरक्षा सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त करने हेतु एक ऐतिहासिक कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। यह गर्व का विषय है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बिहार में इस तरह का पहला आयोजन सीपीएस कल्याणपुर में हुआ।
इस अवसर पर माननीय श्री पुनीत कुमार गर्ग (प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही, श्री यतेंद्र कुमार पाल (आईएएस, उप विकास आयुक्त, सारण), श्री शिखर चौधरी (पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण, सारण), श्री धर्मेंद्र कुमार पांडेय (अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सारण), श्री पूर्णेंदु रंजन (मुख्य एलएडीसी), श्री राहुल कुमार (संयुक्त निदेशक, बाल कल्याण विभाग), श्रीमती शोभा (समाज कल्याण विभाग) एवं सारण के जेल अधीक्षक विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इन सभी अतिथियों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यक्रम में सीपीएस के विद्यार्थियों ने प्रेरणादायक प्रस्तुतियों के माध्यम से समाज को जागरूक करने का प्रयास किया। “आप तारे नहीं, सितारे हैं” नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय के संघर्ष और समाज में उनकी भूमिका को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। “विकसित समाज की यही पुकार—जन-जन की सुरक्षा आपके द्वार” नामक नाटक के माध्यम से पुलिस प्रशासन की भूमिका को दर्शाया गया। इसके अतिरिक्त, “स्वागतम स्वागतम”, “सत्यम शिवम सुंदरम”, “मेरे देश की धरती” और “जय बिहार जय बिहार” जैसे भाव नृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
माननीय न्यायाधीश श्री पुनीत कुमार गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि “व्यक्ति की पहचान उसके लिंग से नहीं, बल्कि उसके कर्म से होती है। समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए हमें हर वर्ग को बराबरी का अधिकार देना होगा।” वहीं, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री शिखर चौधरी ने ट्रांसजेंडर समुदाय को मिलने वाले सरकारी अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर विशेष अतिथि ट्रांसमैन श्री अनमोल पाठक, जो जल्द ही पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं देने वाले हैं, को सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज में समानता और स्वीकृति की ओर बढ़ाया गया एक सशक्त कदम था। सभी अतिथियों, अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों ने इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे एक क्रांतिकारी पहल बताया। कार्यक्रम का समापन सीपीएस की प्रधानाचार्या श्रीमती अंजू सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों, प्रशासनिक अधिकारियों और समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया।