केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह 25 जून मंगलवार राजधानी के द्वारका में नवनिर्मित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में भारत अंतरराष्ट्रीय परिधान मेले के 71वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। आयोजन तीन दिन चलेगा। यह मेला अंतरराष्ट्रीय परिधान मेला संघ (आईजीएफए) द्वारा परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के सहयोग से भारत के तीन प्रमुख परिधान संघों अर्थात भारतीय वस्त्र निर्माता संघ (सीएमएआई), परिधान निर्यातक एवं विनिर्माण संघ (गेमा) और राजस्थान परिधान निर्यातक संघ (जेरा) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
यह दो दिन का मेला लगभग 18000 वर्ग मीटर क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है। मेले के दौरान 350 से अधिक निर्यातक अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। पचास से अधिक देशों के विदेशी खरीदारों ने मेले के इस संस्करण के लिए अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। प्रतिभागी महिलाओं के वस्त्र, सहायक उपकरण, बच्चों के वस्त्र, निटवियर, मेन्सवियर और टिकाऊ/पुनर्नवीनीकृत वस्त्र प्रदर्शित करेंगे।
ईआईजीएफ के 71वें संस्करण पर एईपीसी और आईजीएफए के अध्यक्ष सुधीर सेखरी ने रविवार को कहा, ‘भारत अंतरराष्ट्रीय परिधान मेले के 71वें संस्करण का आयोजन अपने आप में इस बात का प्रमाण है कि यह भारत से परिधान निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सबसे सफल रिवर्स बीएसएम (विदेशी खरीदारों को उल्टा विक्रेताओं के यहां बुलाने की रणनीति) में से एक है।’
उन्होंने कहा कि परिधान निर्यात में गिरावट रुक गई है और हमने मई 2024 के महीने में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। जैसा कि हम पिछले दो महीनों से दुनिया भर से मांग में उछाल देख रहे हैं, यह मेला हमें मांग में वृद्धि से उत्पन्न होने वाली क्षमता का दोहन करने का अवसर प्रदान करता है। एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर ने कहा, ‘ मेले का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम निर्यातकों को नवीनतम परिधान और फैशन सहायक उपकरण रुझानों तथा भारत की पेशकशों की रेंज और विविधता को दुनिया के बाकी हिस्सों में प्रदर्शित करने के लिए एक विपणन मंच प्रदान करना है।’ मेले में 25 और 26 जून 2024 को ज्ञान सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विषयों को शामिल किया जाएगा जिसमें क्षेत्र से संबंधित विविध विषयों पर गहन चर्चाएं होंगी। पच्चीस से 27 जून तक हर दिन दो फैशन शो भी होंगे, जिसमें शो के दौरान प्रदर्शित किए गए सर्वश्रेष्ठ संग्रह प्रदर्शित किए जाएँगे।