HomeRegionalBiharपहली बार भोजपुरी में ब्लूज़ प्रोग्रेशन संगीत का हुआ प्रयोग, मनोज भावुक...

पहली बार भोजपुरी में ब्लूज़ प्रोग्रेशन संगीत का हुआ प्रयोग, मनोज भावुक के गजल ‘राह बाटे कठिन, मगर बाटे’ को स्वर दिया कल्पना पटवारी ने

पहली बार भोजपुरी में ब्लूज़ प्रोग्रेशन संगीत का प्रयोग। मनोज भावुक के गीत ‘राह बाटे कठिन, मगर बाटे’ को स्वर दिया है कल्पना पटवारी ने। कल्पना ने अपने जन्मदिन पर जारी किया वीडियो।

लोकप्रिय गायिका कल्पना पटवारी नित नए प्रयोग की हिमायती रही हैं। कुछ वर्ष पूर्व कोक स्टूडियो में लोक गीत ‘बिरहा’ का आधुनिक संगीत के साथ ऐसा फ्यूजन किया था कि ये सॉन्ग जमकर हिट हुआ। आज 27 अक्टूबर को अपने जन्मदिन पर फिर से एक बार एक नए प्रयोग के साथ हाजिर हुईं हैं कल्पना। पहली बार भोजपुरी में ब्लूज़ प्रोग्रेशन संगीत का प्रयोग हुआ है। सुप्रसिद्ध गजलकार मनोज भावुक के गजल ‘ राह बाटे कठिन, मगर बाटे ‘ को स्वर दिया है सुरीली गायिका कल्पना पटवारी ने। इस सॉन्ग में ब्लूज़ प्रोग्रेशन संगीत का प्रयोग हुआ है।

ध्रुव घनेकर के एल्बम वॉयेज 2 में भी कल्पना शामिल हैं, जो वर्तमान में ग्रैमी अवार्ड्स के लिए विचाराधीन है जबकि मनोज भावुक भोजपुरी के मशहूर शायर हैं। मनोज को उनके भोजपुरी गजल-संग्रह के लिए सिनेहस्ती गुलजार और ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी के हाथों भारतीय भाषा परिषद द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें भोजपुरी साहित्य के लिए फिल्मफेयर और फेमिना द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।

‘राह बाटे कठिन’ वीडियो से रिलीज किया गया है –

►स्वर – कल्पना पटवारी

► गीतकार – मनोज भावुक

► संगीत – काकुल भराली

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments