बिहार में प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान होता है, जिस वजह से किसान काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं। किसानों की परेशानी को दूर करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार उन्हें फसल नुकसान का मुआवजा देती है। दिवाली के त्योहार पर किसानों को राज्य सरकार की तरफ से फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। इसको लेकर सरकार ने अधिकारियों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि किसानों को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। यह मुआवजा उन किसानों को दिया जाएगा जिनकी फसल ज्यादा बारिश के कारण खराब हो गई है। मुख्यमंत्री बुधवार को कटिहार के बरारी के भगवती मंदिर महाविद्यालय मैदान में आयोजित बंदोबस्त प्रमाण पत्र वितरण, विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने जिले की 183 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस पर 405 करोड़ की राशि खर्च होगी। उन्होंने कहा कि जिले के चतुर्मुखी विकास को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से सर्किट हाउस, कटिहार-बारसोई स्थित महिला आईटीआई में स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, पंचायत सरकार भवन, प्राणपुर थाने के नवनिर्मित भवन, आरडब्ल्यूडी सड़क शामिल हैं।
सीएम ने कहा कि बरारी, कुरसेला, समेली में नए प्रखंड सह अंचल भवन की आवश्यकता है। इस पर काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ से प्रथम और दूसरे चरण में 16-16 जिलों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। यहां के किसानों की फसल को क्षति पहुंची है। प्रथम चरण के लिए फसल क्षति के रूप में 229 करोड़ और दूसरे चरण के लिए 261 करोड़ रुपये का आकलन किया गया है। मुख्यमंत्री कटिहार के बरारी के भगवती मंदिर महाविद्यालय मैदान में आयोजित बंदोबस्त प्रमाण पत्र वितरण, विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि 66 हजार बाढ़ पीड़ित परिवारों के बीच 46 करोड़ की राशि भेजी गयी है। इस राशि से बाढ़ पीड़ितों को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि मैं समस्याओं से अवगत हूं।