पटना: बिहार के सियासी मैदान में शुक्रवार का दिन बेहद अहम् साबित होने वाला है और इसका कारण है, उत्तर बिहार में देश की दोनों बड़ी पार्टी के बड़े नेताओं का दौरा। शनिवार को पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी तो पश्चिमी चंपारण के बेतिया में गृह मंत्री अमित शाह पहुंच रहे हैं। एक तरफ प्रियंका गांधी आधी आबादी की बात करेंगी तो दूसरी तरफ अमित शाह स्थानीय नेताओं के साथ चुनावी रणनीति बनाएंगे।
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर NDA और INDIA गठबंधन ने अपनी एड़ी चोटी एक कर रखी है। एक तरफ भाजपा बिहार के कमजोर इलाकों को चिह्नित कर अधिक मेहनत कर रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस बिहार में अपनी जमीन मजबूत करने के लिए हर इलाके में खासा मेहनत कर रही है। तभी तो उत्तर बिहार के पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय में प्रियंका गांधी आधी आबादी को कांग्रेस के साथ लाने के लिए संबोधित करेंगी तो दूसरी तरफ पश्चिमी चंपारण के जिला मुख्यालय बेतिया में अमित शाह। बता दें कि अमित शाह महज 10 दिनों के अंदर दूसरी बार दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुँच रहे हैं तो कांग्रेस की तरफ से भी दिग्गज नेताओं का बिहार दौरा अभी आम बात बन गई है।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही उत्तर बिहार की जमीन कुर्मी कोयरी वोट बैंक को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। प्रियंका गांधी शुक्रवार की दोपहर मोतिहारी में महिलाओं को संबोधित करते हुए उनके हक की बात करेंगी और NDA सरकार पर हमले भी करेंगी तो दूसरी तरफ अमित शाह NDA सरकार के विकास कार्यों का आधार बना कर एक बार फिर से सत्ता में वापसी की कवायद करते हुए दिखेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रियंका गांधी अपने भाई और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान हुई बातों पर भी ध्यान आकर्षित करेंगी साथ ही महिलाओं को प्रलोभन भी देंगी। वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री अमित शाह अपने दौरे के दौरान शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह भी अपने दो दिवसीय दौरे पर कल बेतिया में लोगों संबोधित करेंगे तो दूसरी तरफ शनिवार को वैशाली में भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
बता दें कि इससे पहले 18 सितंबर को अमित शाह डेहरी और बेगूसराय में बैठक कर 20 जिलों के पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित कर चुके हैं। 27 सितंबर की बैठक में शेष तीन जोनों के जिलों के नेताओं को रणनीति से अवगत कराया जाएगा। जानकारों के अनुसार, अमित शाह की यह सक्रियता भाजपा की चुनावी तैयारी में गति लाने के उद्देश्य से है। राज्य में चुनावी माहौल को देखते हुए पार्टी अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को समय पर निर्देश दे रही है। इसके बाद वह अगले दिन 27 तारीख को समस्तीपुर के सरायरंजन में बीजेपी के क्षेत्रीय बैठक में शामिल होंगे। ऐसे में दिलचस्प यह है कि एक ही दिन, एक ही क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा की बड़ी ताक़त आमने-सामने होंगी। 26 और 27 सितंबर को बिहार में सियासी पारा उफान पर रहने वाला है।