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आयुष्मान कार्ड बनाने के विशेष अभियान के अबतक की प्रगति पर डीएम ने जताया असंतोष, मिशन मोड में क्रियान्वित करने का निर्देश

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन-आरोग्य योजना अंतर्गत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिये 18 जुलाई से 31 जुलाई तक सभी पीडीएस दुकानों पर विशेष अभियान का आयोजन किया जा रहा है।

छपरा 23 जुलाई, 2024। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन-आरोग्य योजना अंतर्गत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिये 18 जुलाई से 31 जुलाई तक सभी पीडीएस दुकानों पर विशेष अभियान का आयोजन किया जा रहा है।

राज्य में आयुष्मान भारत-जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने हेतु किया जा रहा है।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के लाभार्थियों को सम्पूर्ण रूप से स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के क्रम में प्रथम लक्षित परिवारों को आच्छादित करने के उपरांत NFSA के डेटाबेस में शेष बचे लाभार्थियों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करते हुये इसका संचालन आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के एकीकृत प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा है।

NFSA से आच्छादित शत प्रतिशत परिवारों के शत प्रतिशत सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाने के उद्देश्य से इस विशेष अभियान का अयोजन किया जा रहा है। इस विशेष अभियान के तहत जिला के सभी जनवितरण प्रणाली की दुकानों पर सभी पात्र लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है।

इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार के सभी सदस्यों का व्यक्तिगत रूप से कार्ड बनाया जा रहा है। पात्र परिवार के जिस व्यक्ति का कार्ड नहीं बनेगा, वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे।

इस विशेष अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आज जिलाधिकारी अमन समीर ने विभिन्न संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ अद्यतन प्रगति की समीक्षा की। इस अभियान के तहत 18 जुलाई से 22 जुलाई तक जिला में 12097 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। जिलाधिकारी ने अबतक की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया तथा अभियान को और भी प्रभावी बनाने के लिये महत्वपूर्ण निदेश दिया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि 31 जुलाई तक इस अभियान को मिशन मोड में चलाना है, इस लिये सभी संबंधित पदाधिकारियों को इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुये शेष अवधि में क्रियान्वित करने का निदेश दिया गया।

सभी पीडीएस दुकानों के साथ सी.एस.सी. के वी.एल.ई.(विलेज लेवल इंट्रप्रेनेर) की टैगिंग की गई है।समीक्षा में ज्ञात हुआ कि वीएलई पीडीएस दुकानों पर निरंतर मौजूद नहीं रहते हैं। पीडीएस दुकानों के साथ वीएलई के साथ साथ आवास सहायक, पंचायत रोजगार सेवक, कृषि समन्वयक के अतिरिक्त आईसीडीएस,आपूर्त्ति, स्वास्थ्य, सहकारिता आदि के स्थानीय कंप्यूटर ऑपरेटर को भी टैग करने का निर्णय लिया गया।

सभी पात्र परिवारों के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बने, इसके लिये सिविल सर्जन, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस एवं डीपीएम जीविका को आशा, आंगनबाडी सेविका/सहायिका, टोला सेवक, विकास मित्र एवं जीविका दीदियों के माध्यम से जमीनी स्तर पर पात्र परिवारों के घर घर जाकर लोगों को पीडीएस दुकानों पर जाकर कार्ड बनवाने या स्वयं मोबाइल एप्प के माध्यम से कार्ड बनाने हेतु प्रेरित करने को कहा गया। इस योजना का लाभ लेने के लिये संबंधित पात्र व्यक्ति का व्यक्तिगत रूप से कार्ड बना होना चाहिये। इस अभियान का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने को कहा गया।

सभी मार्केटिंग ऑफिसर को प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने का स्पष्ट निदेश दिया गया। यह उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।

संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी इस अभियान हेतु नोडल अधिकारी बानाये गये हैं। प्रखंडों के वरीय प्रभारी भी बुधवार को फील्ड में जाकर इस अभियान के क्रियान्वयन की स्थलीय समीक्षा करेंगे। सभी प्रखंड में नियंत्रण कक्ष बनाकर इस अभियान की दैनिक मोनिटरिंग सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।

लोग आयुष्मान भारत एप्प के माध्यम से स्वतः लॉगिन कर निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन कर स्वयं भी अपना आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान के तहत सभी पात्र लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने से समाज के लोगों को निःशुल्क बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी। इस योजना के अंतर्गत सबद्ध निजी अस्पतालों की संख्या को भी लगातार बढ़ाया जा रहा है।

डिस्ट्रिक प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर आयुष्मान भारत को प्रतिदिन का प्रगति प्रतिवेदन वीएलई वार उपलब्ध कराने का निदेश दिया।

बैठक में सिविल सर्जन, जिला आपूर्त्ति पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, डीपीएम जीविका सहित अन्य पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, एमओआईसी, सीडीपीओ, बीपीएम जीविका एवं अन्य पदाधिकारी जुड़े थे।

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