मुंगेर में एक भी सभी खेलों के आयोजन के लिए स्टेडियम, स्पोर्ट्स छात्रावास खेल भवन सह व्यामशाला, मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण नहीं अभी तक हो सका जबकि सैकड़ों सामान्य एवं दिव्यांग एवं महिला खिलाड़ी अंतरास्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तर पर मेडल जीत कर अपने जिले का नाम रौशन कर चुके हैं राष्ट्रीय खेल दिवस पर कई सारे देश में आयोजन हो रहे हैं, पर अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं स्पोर्ट्स प्रमोटर बिहार के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, खेल मंत्री, समाज कल्याण मंत्री के हाथों सम्मानित हरिमोहन सिंह ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है, वहीं मुंगेर प्रमंडल होने के बावजूद यहां पर आज तक एक भी स्टेडियम, स्पोर्ट्स छात्रावास, खेल भवन सह व्यायामशाला, मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में से किसी भी एक चीज का निर्माण नहीं हो पाया। जबकि सभी जिलों में ये कब का बन चुका है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुशील मोदी से मिलकर भी इस संदर्भ में बात किया एवं आवेदन दिया था। मुंगेर के सैकड़ों सामान्य, दिव्यांग एवं महिला खिलाड़ी एथलेटिक्स, खो- खो, फुटबॉल, क्रिकेट, थ्रो बॉल, टैनीकोइट आदि खेलों में खिलाड़ी हमारे नेतृत्व में अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर मेडल जीत कर प्रदेश का नाम रौशन कर चुके हैं, पर अफसोस की बात है कि इसके आयोजन के लिए इनको बढ़ावा देने के लिए जिले में समुचित व्यवस्था नहीं है। जिले में मैं अक्सर खेलों का आयोजन करता रहता हूं, खिलाड़ियों को ठहराने, खेल आयोजन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गरीब घर के होनहार प्रतिभाशाली खिलाड़ी मजबूरी में बीच में ही अपनी खेल को छोड़ने को आज विवश होते हैं। सामाजिक, राजनीतिक एवं प्रशासनिक स्तर से ध्यान देने की इसमें सख्त जरूरत है, ताकि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।