पटना, 19 अगस्त 2025 — बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को ‘संवाद’ में आयोजित एक समारोह में 5353 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इन सभी की नियुक्ति अनुकंपा के आधार पर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विद्यालय लिपिक और विद्यालय परिचारी के पदों पर की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से पाँच अभ्यर्थियों—मणि कुमारी, अमित गौरव, दिव्या राज, किरण कुमारी गुप्ता और तूबा अशरफ—को नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने सभी नवनियुक्त कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।
क्या है अनुकंपा नियुक्ति का नया प्रावधान?
शिक्षा विभाग के अंतर्गत, पहले मृत शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के आश्रितों को केवल शिक्षक पदों पर अनुकंपा के आधार पर नियोजित किया जाता था। लेकिन, कई आश्रितों के पास शिक्षक बनने की योग्यता नहीं थी, जिससे उन्हें नियोजन में दिक्कतें आती थीं।
इस समस्या को दूर करने के लिए, वर्ष 2020 में एक नया प्रावधान लाया गया, जिसके तहत उन्हें विद्यालय लिपिक और विद्यालय परिचारी के पदों पर निश्चित वेतन पर नियोजित किया जाने लगा। अब, राज्य सरकार ने इन पदों को भी राज्य कर्मी के दर्जे में शामिल कर दिया है, जिससे नवनियुक्त कर्मचारियों को बेहतर वेतन और सेवा शर्तें मिलेंगी।
आज पूरे राज्य में कुल 5353 आश्रितों को नियुक्त किया गया, जिनमें 4835 विद्यालय लिपिक और 518 विद्यालय परिचारी शामिल हैं। अकेले पटना जिले में 212 विद्यालय लिपिक और 28 विद्यालय परिचारी की नियुक्ति हुई है।
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री का स्वागत पुस्तक भेंट करके किया। इस कदम से शिक्षा क्षेत्र में रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा मिला है, और मृत कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक रूप से संबल मिला है।