मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक की, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश क्षतिग्रस्त पथों का पुनर्निर्माण एवं अन्य निर्माणाधीन पथों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना की फिर से होगी शुरूआत। बेहतर सड़क होने से लोगों का आवागमन आसान होता है। राज्य में सड़कें बेहतर हो, इसके लिये संसाधनों की जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जायेगा। ग्रामीण कार्य विभाग बचे हुये टोलों के लिये भी पथों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करायें ताकि उनकी सम्पर्कता सुलभ हो सके। ग्रामीण इलाकों में जिन पथों की नवीनीकरण / उन्नयनीकरण की आवश्यकता है उसका आकलन कर उस पर तेजी से काम करें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने ग्रामीण सड़कों और पुलों की योजनावार अद्यतन स्थिति के संबंध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। ग्रामीण विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि छूटे हुये बसावटों में सम्पर्कता प्रदान करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना एवं अन्य राज्य योजना, ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना, ग्रामीण पथों के नवीनीकरण एवं उन्नयन कार्य आदि कार्यों की अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने वितीय वर्ष 2024-25 में विभागीय योजनाओं की भौतिक एवं वितीय स्थिति एवं आवश्यकता के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद राज्य में हमलोगों ने बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराना ही नहीं है बल्कि उसका अच्छे से मेंटेनेंस भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पथों का बेहतर रखरखाव सुनिश्चित करें। विभाग के अभियंता पथों के निर्माण और मेंटेनेंस के लिए जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करेंगे तो बेहतर सड़कों का निर्माण होगा और सड़कें मेंटेन भी रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर सड़क होने से लोगों का आवागमन आसान होता है। राज्य में सड़कें बेहतर हो, इसके लिये संसाधनों की जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जायेगा। ग्रामीण कार्य विभाग बचे हुये टोलों के लिये भी पथों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करायें ताकि उनकी सम्पर्कता सुलभ हो सके। ग्रामीण इलाकों में जिन पथों की नवीनीकरण/उन्नयनीकरण की आवश्यकता है उसका आकलन कर उस पर तेजी से काम करें। क्षतिग्रस्त पथों का पुनर्निर्माण कार्य भी तेजी से कराएं। मुख्यमंत्री ग्रामीण टोला संपर्क योजना तथा अन्य निर्माणाधीन पथों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। ग्रामीण पथों पर पड़ने वाले आवश्यक छूटे हुये / क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर जहां नये पुल के निर्माण की आवश्यकता है, उसे पूर्ण करें। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना की उपयोगिता को देखते हुये इसे फिर से शुरू करने का निर्देश दिया।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, वित्त विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित ग्रामीण कार्य विभाग के वरीय अभियंतागण उपस्थित थे।