पटना: राजधानी पटना में स्थित एम्स में सीबीआई ने फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी लेने के आरोप में दो डॉक्टरों पर मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने दानापुर के सत्येंद्र कुमार की शिकायत पर जांच के बाद दोनों डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों डॉक्टरों ने फर्जी ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के जाली प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी हासिल की थी।
सीबीआई की टीम ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी डॉ कुमार सिद्धार्थ के पिता डॉ प्रेम कुमार उस वक्त एम्स में रेडियोलॉजी विभाग में विभागाध्यक्ष एवं डीन थे। इसी दौरान डॉ कुमार सिद्धार्थ ने पटना सदर द्वारा जारी तीन फर्जी ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट के आधार पर फिजियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी हासिल की।
वहीं एक अन्य डॉक्टर कुमार हर्षित राज ने भी गलत तरीके से EWS सीट को जेनरल अनारक्षित में बदलवाकर फर्जी ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी हासिल की। उस वक्त उनके पिता डॉ बिंदेय कुमार भी एम्स में बाल चिकित्सा सर्जरी विभागाध्यक्ष और IGIMS में निदेशक थे। सीबीआई ने दोनों डॉक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।