नई दिल्ली, 27 जून 2025: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बहरीन सरकारों से मिले अनुरोधों के आधार पर विदेश में अपराध करने वाले दो भारतीय नागरिकों, इंदर जित सिंह और सुभाष चंदर महला के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए हैं। सीबीआई ने इन मामलों में स्थानीय अभियोजन शुरू किया और भारतीय कानून के तहत स्वीकार्य सबूतों के साथ जांच पूरी की।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के समन्वय में, सीबीआई ने UAE और बहरीन के अधिकारियों से सबूत प्राप्त किए, जिससे अभियुक्तों के खिलाफ सफलतापूर्वक अभियोजन सुनिश्चित हो सका।
इंदर जित सिंह का मामला (UAE)
संयुक्त अरब अमीरात से मिले अनुरोध के आधार पर, सीबीआई ने इंदर जित सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) के तहत अबू धाबी में राम लिंगम नटेसन की हत्या के लिए मामला दर्ज किया था।
जांच में सामने आया कि मृतक राम लिंगम नटेसन अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड बेचते थे। इंदर जित सिंह ने उनसे क्रेडिट पर सिम कार्ड खरीदे थे, जिस पर उनका 300 AED (यूएई दिरहम) का कर्ज हो गया था। 28 अगस्त 2009 को, इंदर जित सिंह ने राम लिंगम नटेसन पर एक धारदार चाकू से हमला किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनकी मृत्यु हो गई। सीबीआई ने उनके खिलाफ नई दिल्ली में सीबीआई कोर्ट के समक्ष आरोप पत्र दायर किया है।
सुभाष चंदर महला का मामला (बहरीन)
बहरीन साम्राज्य से प्राप्त प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर, सीबीआई ने सुभाष चंदर महला के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 404 (मृत्यु के बाद संपत्ति का बेईमानी से दुरुपयोग) के तहत बहरीन में उनके नियोक्ता की हत्या के लिए मामला दर्ज किया था।
जांच में पता चला कि नियोक्ता के दुर्व्यवहार से नाराज़ होकर, सुभाष चंदर महला ने 31 जनवरी 2011 को एक ठोस हथियार से अपने नियोक्ता पर हमला किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनकी मृत्यु हो गई। सीबीआई ने उनके खिलाफ नई दिल्ली में सीबीआई कोर्ट के समक्ष आरोप पत्र दायर किया है।
भारत सरकार की नोडल एजेंसी के रूप में, सीबीआई भारत के अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने के लिए विदेश में अपराध करने वाले अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। (PIB)