कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नीतियों को जम्मू- कश्मीर तथा लद्दाख के लोगों के खिलाफ बताते हुए जम्मू-कश्मीर में तत्काल विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है। खडगे ने सोमवार को कहा, “जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर भाजपा की नीति न तो ‘कश्मीरियत’ का सम्मान करती है और न ही ‘जम्हूरियत’ को बरकरार रखती है। मोदी सरकार ने दावा किया था कि इस कदम से जम्मू-कश्मीर को पूर्ण रूप से एकीकृत करने, क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और आतंकवाद तथा अलगाववाद को रोकने में मदद मिलेगी लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।”
उन्होंने पिछले पांच साल के दौरान जम्मू कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों का विवरण देते हुए कहा “साल 2019 के बाद से 683 घातक आतंकी हमले हुए हैं जिसके परिणामस्वरूप 258 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और 170 नागरिकों की जान चली गई। विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार शपथ लेने के बाद से अब तक राज्य के जम्मू क्षेत्र में 25 आतंकवादी हमले हुए हैं जिसमें 15 सैनिक शहीद हो गये और 27 घायल हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों में कश्मीरी पंडितों की लक्षित हत्याएँ एक आदर्श बन गई हैं।”
कांग्रेस नेता ने बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर सरकार के 65 प्रतिशत विभागों में कई पद खाली हैं लेकिन 2019 से कोई भर्ती नहीं हुई है और राज्य में बेरोजगारी दर 10 प्रतिशत है, जिसमें चिंताजनक रूप से 18.3 प्रतिशत युवा बेरोजगारी दर है। साल 2021 में नई औद्योगिक नीति लागू होने के बावजूद महज तीन प्रतिशत निवेश ही जमीन पर उतर पाया है। कमाल यह है कि प्रधानमंत्री विकास पैकेज 2015 के तहत 40 प्रतिशत परियोजनाएं लंबित हैं। जम्मू कश्मीर में अप्रैल 2015-मार्च 2019 के बीच शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद-एनएसडीपी की वृद्धि दर 13.28 प्रतिशत थी जो 2019 के बाद से घटकर 8.73 प्रतिशत रह गई है।” खडगे ने कहा, “जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग सामान्य स्थिति के लिए तरस रहे हैं और वहां के लोगों ने अपनी यह पीड़ा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समक्ष व्यक्त की थी। हम मांग करते हैं कि उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार वहां चुनाव कराए जाएं ताकि लोग अपने प्रतिनिधियों का चुनाव कर सकें, संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित कर सकें और ‘नौकरशाही द्वारा शासित’ होने के इस तंत्र पर पूर्ण वि लगा सकें। कांग्रेस इन क्षेत्रों के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है, जो भारत का अभिन्न अंग हैं।”