छपरा 17 दिसंबर 2025। बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र, सारण में प्रशिक्षणरत प्रशिक्षु सिपाहियों के लिए फॉरेंसिक साइंस विषय पर एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को आधुनिक एवं वैज्ञानिक पुलिसिंग की बारीकियों से अवगत कराना रहा।
कार्यक्रम में अनुभवी फॉरेंसिक एक्सपर्ट सुश्री रत्ना राभा ने अपराध अन्वेषण में फॉरेंसिक विज्ञान की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने साक्ष्य संकलन की वैज्ञानिक विधियों, आधुनिक तकनीकों के उपयोग तथा अपराधों के सफल अनावरण में वैज्ञानिक साक्ष्यों की उपयोगिता को वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से समझाया।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने विशेष रूप से क्राइम सीन प्रिजर्वेशन के महत्व पर जोर देते हुए अपराध स्थल की सुरक्षा, साक्ष्यों के संरक्षण, फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी, तथा वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही तरीके से सुरक्षित एवं संकलित साक्ष्य न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत बनाते हैं।
इस अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) संतोष कुमार एवं प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक अब्दुर रहमान दानिश भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने प्रशिक्षु सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक पुलिसिंग में फॉरेंसिक ज्ञान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रशिक्षुओं को अनुशासन, निष्ठा एवं तकनीकी दक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया।
प्रशिक्षण सत्र से प्रशिक्षु सिपाहियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अपराध अन्वेषण करने की समझ और क्षमता विकसित होने की उम्मीद जताई गई।



