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जेपीयू प्रशासन गरीब लाखो छात्र -छात्राओं को स्नातक में नामांकन से वंचित करने के लिए षड्यंत्र रचा है: आर० एस० ए०

आर एस ए छात्र इकाई के द्वारा कार्यालय में प्रेस वार्ता किया गया। प्रेस को संबोधित करते हुए संगठन के वरिष्ठ छात्र नेत्री शिवानी पांडे गर्ग ने कहा कि वर्तमान विश्वविद्यालय प्रशासन सारण प्रमंडल के छात्र-छात्राओं के साथ न्याय नहीं कर रहा है। पिछले 5 माह से अधिक  हो गया संगठन ने एक भी आंदोलन नहीं किया इस इंतजार में की नये कुलपति आए हैं शैक्षणिक व्यवस्थाएं एवं छात्र-छात्राओं की समस्याएं का अब समाधान होगा।

छपरा 7 जून 2024। आर एस ए छात्र इकाई के द्वारा कार्यालय में प्रेस वार्ता किया गया। प्रेस को संबोधित करते हुए संगठन के वरिष्ठ छात्र नेत्री शिवानी पांडे गर्ग ने कहा कि वर्तमान विश्वविद्यालय प्रशासन सारण प्रमंडल के छात्र-छात्राओं के साथ न्याय नहीं कर रहा है। पिछले 5 माह से अधिक  हो गया संगठन ने एक भी आंदोलन नहीं किया इस इंतजार में की नये कुलपति आए हैं शैक्षणिक व्यवस्थाएं एवं छात्र-छात्राओं की समस्याएं का अब समाधान होगा। समाधान का कौन कहे और शैक्षणिक अराजकता और बढ़ गया है। अब संगठन चुप नहीं बैठेगी आर एस ए छात्र इकाई सड़क से लेकर कानून की लड़ाई प्रारंभ करेगी।

नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह से फेल

आर एस ए विश्वविद्यालय छात्र प्रमुख श्रुति पांडे ने बताया कि स्नातक प्रथम सेमेस्टर सत्र 24 -28 के लिए जो नामांकन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है पूरी तरह से कुव्यवस्था फैला दी गई  है। विश्वविद्यालय में जितने भी पदाधिकारी हैं वह चाहते ही नहीं है कि सारण प्रमंडल के छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर सके. एक षड्यंत्र के तहत गूगल फॉर्म पर नामांकन प्रक्रिया अप्लाई कराई जा रही है. जबकि गूगल फॉर्म एक फ्री ऐप है। इसपर लाखों छात्र-छात्राओं की नामांकन प्रक्रिया अपनाई ही नहीं जा सकती है.इसको कोई हैक कर लेगा राह चलते . छात्र-छात्राओं के पर्सनल डाटा का गलत उपयोग कर सकता है, हैक करके। विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि किसी प्रोफेशनल वेबसाइट पर अपना सर्वर खरीद कर काम करना चाहिए. 29 मई से नामांकन प्रक्रिया अप्लाई चालू की गई है. आज के डेट तक मात्र एक हजार नामांकन के लिए अप्लाई हुआ है. प्रत्येक दिन मात्र मुश्किल से दस छात्र -छात्राओं का अप्लाई हो पा रहा है। उसके बाद लिंक काम करना बंद कर दे रहा है. इस पर सामान्य कार्य कोई कर ही नहीं सकता है. इंटरमीडिएट पास छात्र -छात्राओं की संख्या सारण प्रमंडल में लाख से अधिक है। इस ऐप पर नामांकन प्रक्रिया कैसे होगा?

पेमेंट मॉड भी गड़बड़ है

किसी भी सरकारी संस्थान का पेमेंट मॉड किसी पेमेंट गेटवे के द्वारा होता है। अभी जो नामांकन प्रक्रिया का शुल्क रखा गया है उसका पेमेंट नॉर्मल यूपीआई से पेमेंट हो रहा है. क्यूआर कोड लगाकर. जिसका स्टूडेंट स्लिप भी नहीं मिल रहा है। लगातार पेमेंट  फेल हो जा रहा है. बार-बार यूपीआई से पेमेंट करने पर पैसा भी स्टूडेंट का कट जा रहा है और वेबसाइट  पर पेमेंट फेल भी दिखाने लग रहा है. और फॉर्म भी सबमिट नहीं हो रहा है। नामांकन प्रक्रिया को इतना पेचीदा बना दिया गया है की नामांकन के लिए सारण प्रमंडल के छात्र -छात्राएं अप्लाई ही नहीं करें.अपने आप सारण प्रमंडल के छात्र -छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। मात्र इनका यही उद्देश्य है कि यहां के छात्राएं पढ़े नहीं।

एम ओ यू दिखाव

आरएसएस के छात्र नेत्री शालू ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति जब से आए हैं अलग-अलग विश्वविद्यालय से विश्वविद्यालय प्रशासन एम वो यू करा रहा है। इससे यहां के छात्र -छात्राओं को क्या लाभ होगा?अभी तक क्या लाभ हुआ?विश्वविद्यालय प्रशासन यहां के जनता को बताने का कष्ट करें? विश्वविद्यालय का अपना कोर्स कंप्लीट ही नहीं हो रहा है.उसका परीक्षा नहीं हो पा रहे हैं.जिनका रिजल्ट प्रकाशित हो गया है उसका अंक पत्र नहीं दिया जा रहा है. ठीक से नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पा रही है. दूसरे विश्वविद्यालय से एम वो यू करके दिखावा करने की क्या जरूरत है?

विश्वविद्यालय के पदाधिकारीयों में कोई तालमेल नहीं

आर एस ए छात्र नेत्री संजना ने बताया की जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा में जितने भी पदाधिकारी हैं. उनमें कोई तालमेल नहीं है. कुलपति के आदेश को नीचे के पदाधिकारी नहीं मानते हैं. सारे पदाधिकारी जातीयता करने में व्यस्त है। छात्र-छात्राओं के मूलभूत समस्या के समाधान के लिए कोई भी कार्य हो ही नहीं रहा है। कुलपति अपने जाति के लोगों को पदाधिकारी बनाने में व्यस्त है कुलसचिव अपनी जाति के कर्मचारियों को महत्वपूर्ण पद देने में व्यस्त है.परीक्षा नियंत्रक अपने जात  के कर्मचारियों को सुरक्षित करने में लगे हैं। ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय चलेगा कैसे?

आर एस ए संगठन प्रेस वार्ता के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को एक सलाह देती है कि नामांकन प्रक्रिया जो चल रही है उसका फॉर्म महाविद्यालय के वेबसाइट से भरवा दे और उसकी सूची मांग कर सेंट्रलाइज मेघा सूची का प्रकाशन कर दे यह प्रक्रिया जब तक अपनाई जाए तब तक की नया कंपनी से कोई एग्रीमेंट विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं कर लेता है. जिससे अत्यधिक से अत्यधिक छात्र -छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर सके.

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