संविधान दिवस 2024: मैथिली भाषा में भारतीय संविधान का अनुवाद, मिथिलावासियों के लिए गर्व का विषय
छपरा: संविधान दिवस 2024 का दिन मिथिलावासियों और मैथिली भाषी समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। इस दिन भारतीय संविधान का पहली बार मैथिली भाषा में अनुवादित होना एक ऐतिहासिक क्षण है, जिसे पूरे समुदाय ने गर्व और गौरव के साथ मनाया।इस महत्वपूर्ण कार्य के पीछे प्रो. (डॉ.) संजय कुमार का अमूल्य योगदान है, जो राजनीति विज्ञान विभाग, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा और जयप्रकाश अध्ययन केंद्र के निदेशक हैं। प्रो. कुमार ने अपनी विद्वता और मातृभाषा के प्रति अटूट प्रेम से यह सुनिश्चित किया कि मैथिली भाषी समुदाय भारतीय संविधान की गहराई और गरिमा को अपनी भाषा में समझ सके।
20-21 नवंबर 2024 को, प्रो. संजय कुमार के संयोजन में जयप्रकाश अध्ययन केंद्र द्वारा एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया था। इस सेमिनार ने देश के प्रमुख विद्वानों को एक मंच पर लाकर विचारों का अद्भुत संगम रचा। यह आयोजन न केवल यादगार रहा, बल्कि इसे जयप्रकाश विश्वविद्यालय के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज किया गया है।
प्रो. संजय कुमार का यह प्रयास न केवल मैथिली भाषा के संवर्धन का महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र की सर्वसमावेशी भावना का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।इस गौरवपूर्ण दिन पर, मिथिलावासियों की ओर से प्रो. संजय कुमार को उनके अतुलनीय योगदान के लिए कोटिशः नमन किया गया। यह दिन सभी को अपनी भाषा, संस्कृति और धरोहर पर गर्व करने का अवसर प्रदान करता है।