युवाओं को राष्ट्रीय और वैश्विक अवसरों के लिए रोजगार के योग्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई में भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) का उद्घाटन किया। मोदी ने आईआईएस का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार देश के युवाओं के कौशल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ढालकर उन्हें वैश्विक अवसरों के लिए तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय भारत को मानव संसाधन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देखता है, जहां दुनिया भर में शिक्षा, कौशल, स्वास्थ्य सेवा और सॉफ्टवेयर विकास के क्षेत्र में अपार अवसर हैं।
मुंबई के चूनाभट्टी में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई) के भीतर चार एकड़ के विशाल परिसर में निर्मित, आईआईएस का उद्देश्य उद्योग 4.0 के लिए उद्योग-तैयार कार्यबल तैयार करना है, जो फैक्ट्री ऑटोमेशन, डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, मेक्ट्रोनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग सहित कई ट्रेडों में अत्याधुनिक तकनीक और व्यावहारिक प्रशिक्षण से लैस है।
सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से स्थापित, यह संस्थान कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, केन्द्र सरकार और टाटा आईआईएस (टाटा ट्रस्ट के तहत एक सेक्शन 08 कंपनी) के बीच एक सहयोग है। यह संस्थान हर साल 5,000 छात्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखता है।