प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Rath Yatra 2024) के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। आज देश-दुनिया के अनगिनत जगन्नाथ प्रेमी रथ पर विराजमान तीनों भगवत्स्वरूपों के दर्शन हेतु उत्साह-पूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस महापर्व के अवसर पर महाप्रभु जगन्नाथ से मैं सभी के सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हूं। जय जगन्नाथ।’’ राष्ट्रपति मुर्मू इस समय ओडिशा में हैं और वह रविवार दोपहर पुरी में रथ यात्रा में शामिल होंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आरंभ होने के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पवित्र रथ यात्रा की शुरुआत पर शुभकामनाएं। हम महाप्रभु जगन्नाथ को नमन करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उनका आशीर्वाद हम पर बना रहे।”
यह रथ यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी रखती है। यह यात्रा समाज में एकता और भाईचारा का संदेश देती है। यह भगवान जगन्नाथ की कृपा का प्रतीक है और माना जाता है कि इस यात्रा में भाग लेने वाले सभी भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है। इस वर्ष, रथ यात्रा और संबंधित अनुष्ठान जैसे ‘नवयौवन दर्शन’ और ‘नेत्र उत्सव’ एक ही दिन सात जुलाई को आयोजित किए जाएंगे। यह अनुष्ठान आम तौर पर रथ यात्रा से पहले आयोजित किए जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, स्नान पूर्णिमा पर अधिक स्नान करने के कारण देवता अस्वस्थ हो जाते हैं और इसलिए अंदर ही रहते हैं। ‘नवयौवन दर्शन’ से पहले, पुजारी ‘नेत्र उत्सव’ नामक विशेष अनुष्ठान करते हैं, जिसमें देवताओं की आंखों की पुतलियों को नए सिरे से रंगा जाता है।